अमेरिकी अदालत ने अरबपति गौतम अडानी के खिलाफ धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तारी वारंट जारी किया
आयुष त्रिपाठी/रक्सौल, बिहार: अमेरिकी न्यायालय ने भारत के दिग्गज उद्योगपति गौतम अडानी के खिलाफ 2100 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी के गंभीर आरोपों को लेकर गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। यह मामला अंतरराष्ट्रीय वित्तीय लेनदेन और परियोजनाओं से संबंधित है, जिसमें कथित रूप से अनुचित तरीके से आर्थिक लाभ उठाने और भ्रष्टाचार का सहारा लेने का आरोप है।
अदालत के आदेश के मुताबिक, अडानी ग्रुप पर यह आरोप है कि उन्होंने विदेशी कंपनियों और अधिकारियों को रिश्वत देकर अनुबंध हासिल किए और बड़ी धनराशि का दुरुपयोग किया। मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने साक्ष्यों के आधार पर गौतम अडानी की व्यक्तिगत भूमिका की जांच को लेकर सख्त रुख अपनाया।
यह घटनाक्रम अडानी समूह के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है, जो पहले ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवादों का सामना कर रहा है। अब देखना यह होगा कि इस मामले पर अडानी समूह और भारत सरकार की प्रतिक्रिया क्या रहती है।
आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला भारत के आर्थिक प्रतिष्ठान और विदेशी निवेशकों के भरोसे पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।