उत्तराखंड के प्रति प्रधानमंत्री मोदी का विशेष लगाव और विकास की नई दिशा
"प्रधानमंत्री मोदी की दृष्टि में उत्तराखंड: पर्यटन, सीमांत विकास और अधोसंरचना की नई उड़ान"

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड के प्रति विशेष लगाव किसी से छिपा नहीं है। अपने हालिया दौरे में उन्होंने राज्य के शीतकालीन पर्यटन, धार्मिक स्थलों, सीमांत गांवों और अधोसंरचना विकास को लेकर कई अहम घोषणाएँ कीं। उत्तराखंड न केवल आध्यात्मिक धरोहरों की भूमि है, बल्कि इसकी भौगोलिक और सामरिक स्थिति भी इसे विशेष बनाती है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे ध्यान में रखते हुए राज्य को ‘365 दिन पर्यटन’ का केंद्र बनाने का आह्वान किया है, जिससे रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।
मुखवा में मां गंगा के शीतकालीन मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में अपार संभावनाएं हैं और सरकार इनके विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है। चारधाम यात्रा में बढ़ती तीर्थयात्रियों की संख्या इसका प्रमाण है। पहले जहाँ हर साल लगभग 18 लाख श्रद्धालु आते थे, अब यह आंकड़ा 50 लाख के पार पहुंच चुका है। इस बढ़ती संख्या को संभालने के लिए प्रधानमंत्री ने सड़कों, रोपवे और हेली सेवाओं के विस्तार की योजनाओं पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री की सीमांत गांवों को ‘आखिरी गांव’ के बजाय ‘प्रथम गांव’ के रूप में विकसित करने की सोच सराहनीय है। ‘वाइब्रेंट विलेज’ योजना के तहत इन इलाकों को पर्यटन और सुरक्षा दोनों के लिहाज से विकसित किया जाएगा। नेलांग और जादुंग जैसे गांवों को दोबारा बसाने की योजना सीमांत क्षेत्रों में आबादी बनाए रखने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
उत्तराखंड में बर्फबारी के दौरान पर्यटन ठप हो जाता था, लेकिन अब ‘घाम तापो पर्यटन’ यानी सर्दियों में पहाड़ों में धूप का आनंद लेने की परंपरा को बढ़ावा देने की योजना है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर देश के युवाओं और कॉरपोरेट जगत से उत्तराखंड के पर्यटन में निवेश करने की अपील की, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार मिल सके।
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा ने एक बार फिर साबित किया है कि उत्तराखंड उनके लिए सिर्फ एक राज्य नहीं, बल्कि ‘दूसरा घर’ है। उनकी योजनाओं से न केवल उत्तराखंड का विकास सुनिश्चित होगा, बल्कि यह राज्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर भी प्रमुख स्थान प्राप्त करेगा। अब देखना यह है कि इन योजनाओं को कितनी गति और सफलता मिलती है।