देहरादून, उत्तराखंड: IP पता (Internet Protocol Address) एक अद्वितीय संख्यात्मक स्ट्रिंग होती है जो किसी डिवाइस को नेटवर्क पर पहचानने के लिए इस्तेमाल की जाती है, जैसे इंटरनेट या लोकल नेटवर्क। इसका उद्देश्य यह है कि डिवाइस आपस में एक-दूसरे से संवाद कर सकें, और यह नेटवर्क और होस्ट की लोकेशन को निर्दिष्ट करता है।
IP पते के दो प्रमुख संस्करण होते हैं:
- IPv4 (Internet Protocol Version 4):
- यह सबसे सामान्य रूप है और चार अंकों वाले नंबरों से बना होता है, जो पिरियड (.) से अलग होते हैं (उदाहरण:
192.168.1.1
)। प्रत्येक संख्या 0 से 255 के बीच होती है, जिससे लगभग 4.3 बिलियन IP पते उपलब्ध होते हैं।
- यह सबसे सामान्य रूप है और चार अंकों वाले नंबरों से बना होता है, जो पिरियड (.) से अलग होते हैं (उदाहरण:
- IPv6 (Internet Protocol Version 6):
- यह नया संस्करण 128-बिट का पता होता है, जिसे हेक्साडेसिमल फॉर्मेट में लिखा जाता है, और कॉलन (:) से अलग किया जाता है (उदाहरण:
2001:0db8:85a3:0000:0000:8a2e:0370:7334
)। IPv6 में इतना बड़ा पता स्थान होता है कि यह इंटरनेट से जुड़े उपकरणों की बढ़ती संख्या को संभाल सकता है।
- यह नया संस्करण 128-बिट का पता होता है, जिसे हेक्साडेसिमल फॉर्मेट में लिखा जाता है, और कॉलन (:) से अलग किया जाता है (उदाहरण: