गृह मंत्री अमित शाह ने अर्धसैनिक बलों के डीजी से की बातचीत, बॉर्डर पर हाई अलर्ट जारी

नई दिल्ली । भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने आज सभी अर्धसैनिक बलों के महानिदेशकों (डीजी) से बातचीत की और सीमा सुरक्षा की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने विशेष रूप से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के डीजी से मुलाकात की और बॉर्डर पर सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त की।
गृह मंत्री ने अधिकारियों को बॉर्डर पर किसी भी प्रकार की घुसपैठ या आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उनके आदेश के बाद, सीमा पर उच्च स्तरीय सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सभी सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
भारत के सुरक्षा बलों द्वारा इस समय सीमा पर विशेष निगरानी और सख्ती से चौकसी बढ़ा दी गई है। खासकर पंजाब और पठानकोट जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जहां आतंकवादी गतिविधियों की आशंका बनी रहती है।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए दृढ़ संकल्प
इस बातचीत के दौरान, अमित शाह ने पाकिस्तान से सटे क्षेत्रों की सुरक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया, और पाकिस्तान द्वारा लगातार बॉर्डर पार से होने वाली गतिविधियों का मुद्दा उठाया। भारतीय सुरक्षा बलों की तत्परता और पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों को पनाह देने की नीति पर चिंता जताई गई। इस दिशा में ऑपरेशन सिंदूर और S400 जैसी तकनीकी सुरक्षा उपायों को लेकर भी चर्चा की गई।
अमित शाह ने कहा, “हमारी सेना और अर्धसैनिक बल पूरी तरह से तैयार हैं, और हम किसी भी प्रकार के आतंकवादी हमले से निपटने के लिए पूरी तरह सक्षम हैं।”
सुरक्षा स्थिति की समीक्षा
इस उच्चस्तरीय बैठक में, सभी सुरक्षा एजेंसियों को राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित सभी जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया गया। भारतीय सेना और बीएसएफ की सक्रियता को लेकर भी गृह मंत्री ने संतोष जताया। साथ ही, पाकिस्तान द्वारा संभावित F-16 और JF-17 विमानों का इस्तेमाल करने की स्थिति में उनकी सीमा पर तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।
आतंकी गतिविधियों के खिलाफ सतर्कता
गृह मंत्री ने यह भी कहा कि आतंकवाद और सीमा पार से घुसपैठ की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए भारत सरकार किसी भी प्रकार की चुनौती का डटकर सामना करने के लिए प्रतिबद्ध है।