देहरादून, उत्तराखंड: बिहार की मशहूर लोकगायिका सरधा सिन्हा ने दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में अंतिम सांस ली। संगीत की दुनिया में अपने अनोखे और मधुर आवाज के लिए जानी जाने वाली सरधा सिन्हा ने अपने गीतों के जरिए बिहार की लोकसंस्कृति को न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में भी एक अलग पहचान दिलाई थी। उनके गीत “ओहो मितवा” और “कहिया से करबू” जैसे भोजपुरी लोकगीतों ने उन्हें बिहार और देशभर में एक लोकप्रिय हस्ती बना दिया था।
जानकारी के अनुसार, सरधा सिन्हा लंबे समय से बीमार थीं और दिल्ली के एम्स में उनका इलाज चल रहा था। उनकी सेहत में कुछ समय से सुधार नहीं हो रहा था, और रविवार को उन्होंने आखिरी सांस ली। उनके निधन से बिहार के संगीत प्रेमियों के बीच गहरा शोक व्याप्त है। मुख्यमंत्री ने भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सरधा जी की कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकेगा।