दैनिक जागरण के पत्रकार की गोली मारकर हत्या, बदमाशों ने सिर में मारी गोली

“सीतापुर में दिनदहाड़े वारदात, राघवेंद्र बाजपेयी को चार गोलियां मारी गईं“
बशिष्ट संवाददाता, दून खबर । सीतापुर में कानून-व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए अज्ञात बदमाशों ने दैनिक जागरण के पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी। यह हमला रविवार शाम करीब चार बजे इमलिया सुल्तानपुर हाईवे पर हेमपुर ओवरब्रिज के पास हुआ, जब राघवेंद्र बाइक से जा रहे थे। हमलावरों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन जब उन्होंने भागने का प्रयास किया, तो बदमाशों ने पीठ पर गोली मार दी। सड़क पर गिरने के बाद उनके सिर में बेहद करीब से गोली मारी गई।
हत्या में 12 बोर और 315 बोर के हथियारों का इस्तेमाल
नगर क्षेत्राधिकारी अमन सिंह के मुताबिक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चार गोलियां लगने की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट के अनुसार, सिर में मारी गई गोली आर-पार होकर उनकी बाईं कोहनी के पास लगी। घटनास्थल से राघवेंद्र की बाइक बरामद हुई है। हत्या में 12 बोर और 315 बोर के तमंचों का इस्तेमाल किया गया।
वारदात के तुरंत बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। गंभीर रूप से घायल राघवेंद्र को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मौके पर एएसपी डॉ. प्रवीण रंजन, सीओ सिटी अमन सिंह, नगर कोतवाली, महोली और इमलिया थाने की पुलिस मौजूद रही। देर रात महानिरीक्षक प्रशांत कुमार द्वितीय ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया।
पत्रकार की हत्या से जुड़े कई अहम सुराग
पुलिस जांच में सामने आया है कि राघवेंद्र बाजपेयी ने हाल ही में धान खरीद में भ्रष्टाचार और स्टांप ड्यूटी चोरी को लेकर कई खबरें प्रकाशित की थीं। इन मामलों में एक गिरोह के शामिल होने की पुष्टि हुई थी। इसके अलावा, वे एक प्रॉपर्टी खरीदने की योजना बना रहे थे, जिसकी भी जांच की जा रही है।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने इस सनसनीखेज हत्या का जल्द खुलासा करने का आदेश दिया है। एडीजी लखनऊ जोन एसबी शिरडकर के अनुसार, पुलिस राघवेंद्र के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
35 वर्षीय राघवेंद्र बाजपेयी के परिवार पर यह घटना वज्रपात की तरह गिरी है। 15 साल पहले बड़े बेटे की दुर्घटना में मौत के बाद उनके पिता बीमार रहते हैं। उनकी पत्नी और दो छोटे बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, वारदात से कुछ देर पहले राघवेंद्र को किसी का फोन आया था, जिसके बाद वे जल्दी में बाइक लेकर घर से निकले थे। पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र ने बताया कि सभी पहलुओं की जांच हो रही है। हाईवे के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, जिससे हमलावरों की पहचान में मदद मिलेगी।
सुनियोजित और पेशेवर अंदाज में हत्या
घटनास्थल के पास सीसीटीवी कैमरे नहीं थे, लेकिन पास के एक दुकान में लगे कैमरे में राघवेंद्र की बाइक के पीछे दो नकाबपोश बाइक सवार और एक काली थार कार जाते हुए दिखी है। इससे आशंका है कि बदमाश पहले से उनकी रेकी कर रहे थे।
इस जघन्य हत्या को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय समेत कई नेताओं ने सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त किया और सरकार से अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।