भारत-नेपाल जल एवं स्वच्छता सहयोग को नई ऊंचाई: जल संरक्षण और स्वच्छता प्रबंधन पर महत्वपूर्ण समझौता
"भारत और नेपाल के बीच जल संरक्षण, स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन को सशक्त बनाने के लिए ऐतिहासिक समझौता, तकनीकी सहयोग और सामुदायिक समाधान पर होगा जोर"
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नई दिल्ली । भारत और नेपाल के बीच जल संरक्षण, स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन (WASH) के क्षेत्र में सहयोग को और अधिक सशक्त बनाने के लिए आज नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते पर भारत के जल आपूर्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल और नेपाल के जल आपूर्ति मंत्री श्री प्रदीप यादव ने हस्ताक्षर किए। इसका उद्देश्य तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देना, अनुभवों का आदान-प्रदान करना और जल एवं स्वच्छता से संबंधित संयुक्त प्रयासों को मजबूत बनाना है।
इस समझौते के तहत, भारत के जल जीवन मिशन और स्वच्छ भारत मिशन जैसी प्रमुख पहलों के अनुभवों को नेपाल के साथ साझा किया जाएगा। इससे नेपाल में जल संरक्षण, स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में सुधार होगा। दोनों देश समुदाय-आधारित समाधान विकसित करने और जल-संबंधित चुनौतियों का प्रभावी समाधान निकालने के लिए मिलकर कार्य करेंगे।
जल एवं स्वच्छता क्षेत्र में भारत-नेपाल साझेदारी
इस MoU के अंतर्गत, भारत के जल जीवन मिशन और स्वच्छ भारत मिशन जैसी प्रमुख पहलों के अनुभवों को नेपाल के साथ साझा किया जाएगा, जिससे वहां जल संरक्षण, स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में सुधार किया जा सके। दोनों देशों की सरकारें समुदाय-आधारित समाधान विकसित करने और जल-संबंधित चुनौतियों का प्रभावी समाधान निकालने के लिए मिलकर कार्य करेंगी।
इस ऐतिहासिक अवसर पर नेपाल सरकार के जल आपूर्ति मंत्री श्री प्रदीप यादव, नेपाल में भारत के राजदूत श्री नवीन श्रीवास्तव, भारत में नेपाल के राजदूत डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा, भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय की सचिव श्रीमती देबश्री मुखर्जी, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव श्री अशोक कुमार मीणा, और दोनों देशों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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MoU से जल एवं स्वच्छता के क्षेत्र में होंगे ये लाभ:
तकनीकी सहयोग: जल संरक्षण और स्वच्छता प्रबंधन के लिए अत्याधुनिक तकनीकों को साझा किया जाएगा।
संयुक्त अनुसंधान एवं विकास: जल संसाधन प्रबंधन और अपशिष्ट निपटान के लिए दोनों देशों की विशेषज्ञ टीमें मिलकर कार्य करेंगी।
समुदाय-आधारित समाधान: स्थानीय स्तर पर प्रभावी जल और स्वच्छता समाधान विकसित किए जाएंगे।
प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण: नेपाल के अधिकारियों और विशेषज्ञों को भारत में प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे जल और स्वच्छता प्रबंधन की दक्षता बढ़ेगी।
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भारत-नेपाल संबंधों को मिलेगी नई मजबूती
भारत और नेपाल के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पारंपरिक संबंधों को देखते हुए यह समझौता द्विपक्षीय सहयोग को एक नई दिशा प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा जल संरक्षण और स्वच्छता के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों को नेपाल के साथ साझा करना इस साझेदारी को और अधिक प्रभावी बनाएगा।
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नेपाल सरकार के जल आपूर्ति मंत्री श्री प्रदीप यादव ने इस मौके पर कहा, “यह समझौता नेपाल में जल एवं स्वच्छता से जुड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा और दोनों देशों के नागरिकों को एक स्वस्थ भविष्य प्रदान करेगा।”
वहीं, भारत में नेपाल के राजदूत डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा ने कहा कि “भारत और नेपाल की मित्रता ऐतिहासिक रही है, और यह समझौता दोनों देशों के नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”
इस सहयोग से न केवल जल संसाधनों का सतत उपयोग सुनिश्चित होगा, बल्कि भारत और नेपाल के नागरिकों को बेहतर जल आपूर्ति और स्वच्छता सुविधाएं भी मिलेंगी। यह समझौता दोनों देशों के संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ बनाएगा और एक स्थायी तथा स्वच्छ भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।