भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच अमेरिका की सक्रियता: कूटनीतिक प्रयास, चेतावनी और मध्यस्थता की पेशकश

नई दिल्ली । भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनज़र, अमेरिका ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई कूटनीतिक कदम उठाए हैं।भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बातचीत की, जिसमें दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के उपायों पर चर्चा हुई।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की पेशकश की है, हालांकि भारत ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है। लाहौर में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास ने अपने कर्मचारियों को “शेल्टर इन प्लेस” का निर्देश दिया है, और अमेरिका ने पाकिस्तान के लिए यात्रा चेतावनी जारी की है।
अमेरिका ने भारत के आतंकवाद विरोधी प्रयासों का समर्थन किया है और जम्मू-कश्मीर में हुए हमले की निंदा की है। हालांकि अमेरिका ने भारत के आतंकवाद विरोधी प्रयासों का समर्थन किया है, उसने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील भी की है।
इन कूटनीतिक प्रयासों के बावजूद, भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें अब अमेरिका और अन्य वैश्विक शक्तियों पर टिकी हैं, जो इस संकट के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।