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शेयर बाजार में हाहाकार: सेंसेक्स 1,414 अंक लुढ़का, निफ्टी 420 अंक टूटा, निवेशकों के ₹10 लाख करोड़ डूबे
"अमेरिकी टैरिफ, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और वैश्विक बाजारों में कमजोरी के चलते भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट, निवेशकों के ₹10 लाख करोड़ डूबे"
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बाजार में भारी गिरावट
मुंबई । शुक्रवार, 28 फरवरी 2025 को भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। बीएसई सेंसेक्स 1,414.77 अंक (-1.90%) गिरकर 73,198.80 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 420.35 अंक (-1.86%) गिरकर 22,124.70 पर बंद हुआ। इस भारी गिरावट के कारण निवेशकों को ₹10 लाख करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ।
गिरावट के प्रमुख कारण
1. अमेरिकी टैरिफ नीतियां
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि 4 मार्च 2025 से मेक्सिको और कनाडा से आयातित वस्तुओं पर 25% टैरिफ लागू होगा।
- इसके अलावा, चीन से आयातित उत्पादों पर अतिरिक्त 10% शुल्क लगाया जाएगा।
- इस फैसले से वैश्विक बाजारों में गिरावट आई, जिसका प्रभाव भारतीय बाजार पर भी पड़ा।
2. विदेशी निवेशकों की बिकवाली (FIIs Selling)
- विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 27 फरवरी को भारतीय बाजार में भारी बिकवाली की।
- उन्होंने शुद्ध रूप से ₹556.56 करोड़ के शेयर बेचे, जिससे बाजार में गिरावट और तेज हो गई।
- घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs) भी अधिक खरीदारी नहीं कर रहे हैं, जिससे बाजार पर दबाव बना हुआ है।
3. कमजोर वैश्विक संकेत
- अमेरिकी, यूरोपीय और एशियाई बाजारों में भारी गिरावट देखी गई।
- डाउ जोंस, नैस्डैक और एसएंडपी 500 में 2% से अधिक की गिरावट हुई।
- चीन और जापान के बाजार भी कमजोर रहे, जिससे भारतीय बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
4. भारत की GDP वृद्धि दर को लेकर चिंता
- भारत की Q3 GDP ग्रोथ रेट उम्मीद से कम रही, जिससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
- उद्योग और सेवा क्षेत्र में धीमी वृद्धि ने बाजार पर नकारात्मक असर डाला।
प्रमुख सेक्टरों पर प्रभाव
1. आईटी सेक्टर (Nifty IT -4%)
- अमेरिकी बाजार में मंदी और डॉलर इंडेक्स में गिरावट के कारण IT कंपनियों के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट देखी गई।
- Infosys, TCS, Tech Mahindra, HCL Tech और Wipro के शेयरों में 3-5% तक की गिरावट रही।
2. ऑटो सेक्टर (Nifty Auto -2.5%)
- ऑटो सेक्टर में मांग घटने और उत्पादन लागत बढ़ने से Bajaj Auto, Hero MotoCorp, Tata Motors और Maruti Suzuki के शेयर 2-4% तक टूटे।
3. बैंकिंग और वित्तीय सेक्टर (Nifty Bank -2%)
- भारतीय स्टेट बैंक (SBI), HDFC बैंक, ICICI बैंक और Kotak Mahindra बैंक के शेयर 2% से अधिक गिरे।
4. मेटल और एनर्जी सेक्टर (Nifty Metal -3%)
- ट्रंप सरकार के टैरिफ फैसले का सीधा असर Tata Steel, JSW Steel, Vedanta और Hindalco के शेयरों पर पड़ा, जो 3-5% तक गिरे।
- ONGC, Reliance Industries और Indian Oil के शेयर भी गिरावट में रहे।
5. फार्मा और हेल्थकेयर सेक्टर (Nifty Pharma -1.5%)
- ग्लोबल फार्मा मार्केट में अनिश्चितता के कारण Dr. Reddy’s, Sun Pharma और Cipla के शेयर कमजोर रहे।
इंडेक्स की स्थिति
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निवेशकों के लिए सलाह
- विशेषज्ञों का कहना है कि अल्पकालिक निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है।
- लंबी अवधि के निवेशकों को गिरावट में अच्छी कंपनियों के शेयरों में निवेश का मौका मिल सकता है।
- आर्थिक और वैश्विक संकेतकों को ध्यान में रखते हुए ही निवेश करें।
शेयर बाजार में इस भारी गिरावट के पीछे अमेरिकी टैरिफ नीतियां, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और वैश्विक बाजारों में कमजोरी मुख्य कारण रहे। निवेशकों को सतर्क रहने और बाजार में अनावश्यक जोखिम लेने से बचने की सलाह दी जाती है।