देहरादून, उत्तराखंड: साइबर सेल आमतौर पर एक विशेष विभाग या इकाई होती है जो कानून प्रवर्तन एजेंसियों, सरकारी संस्थाओं या निजी संगठनों के भीतर साइबर अपराध और साइबर सुरक्षा से संबंधित समस्याओं का समाधान करती है। साइबर सेल के मुख्य कार्यों में शामिल हैं:
- साइबर अपराधों की जांच: ये सेल हैकिंग, ऑनलाइन धोखाधड़ी, पहचान की चोरी, साइबर बुलींग, डेटा ब्रेच और अन्य डिजिटल अपराधों से संबंधित मामलों की जांच करते हैं।
- डिजिटल फोरेंसिक्स: साइबर सेल डिजिटल साक्ष्य की वसूली और विश्लेषण के लिए फोरेंसिक जांच करता है, जिसमें कंप्यूटर, मोबाइल डिवाइस या क्लाउड सिस्टम से डेटा शामिल हो सकता है।
- निवारक उपाय: साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरूकता फैलाना और लोगों या संगठनों को साइबर सुरक्षा के सर्वोत्तम प्रथाओं पर प्रशिक्षण देना भी इनकी जिम्मेदारी हो सकती है, जैसे कि फ़िशिंग, मैलवेयर हमले और रैनसमवेयर से बचाव।
- सहयोग और समन्वय: बड़े पैमाने पर साइबर खतरों या घटनाओं के मामलों में साइबर सेल अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों या निजी साइबर सुरक्षा कंपनियों के साथ मिलकर जोखिम को कम करने और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए समन्वय करता है।
कई देशों में, साइबर सेल विशेष पुलिस विभागों या राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों का हिस्सा होती है और डिजिटल क्षेत्र में बढ़ते खतरों से निपटने और उन्हें नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।