देहरादून: नकाबपोश लुटेरों का पर्दाफाश, बुजुर्ग दंपत्ति को बंधक बनाने वाले 4 गिरफ्तार, नगर निगम कर्मचारी का निकला मास्टरमाइंड
उत्तराखंड, देहरादून – सहसपुर क्षेत्र में बुजुर्ग दंपत्ति को बंधक बनाकर लूट का प्रयास करने वाले चार नकाबपोश आरोपियों को दून पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में नगर निगम सेलाकुई का एक कर्मचारी मास्टरमाइंड के रूप में सामने आया है।
13 अक्टूबर 2024 को, वादी श्री शमशेर सिंह ने थाना सहसपुर में सूचना दी कि सुबह लगभग 5:00 बजे, जब वह अपने घर के बाहर पौधों को पानी दे रहे थे, तब एक युवक ने उन्हें पीछे से धक्का देकर गिरा दिया। इसके बाद, दो अन्य युवकों ने उनके हाथ-पैर बांधकर मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। आरोपी चाकू के बल पर दंपत्ति से नगद और जेवर मांगने लगे।
इस दौरान, दंपत्ति के घर में बंधे कुत्ते की भौंकने की आवाज सुनकर उनकी पत्नी जाग गई और उसने मदद के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया, जिससे तीनों आरोपी मौके से भाग गए।
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी देहरादून ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए सख्त निर्देश दिए। इसके बाद, प्रभारी निरीक्षक सहसपुर के नेतृत्व में चार अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया। टीमों ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से संदिग्धों की पहचान की और सीमावर्ती जनपदों में भी जानकारी जुटाई।
23 अक्टूबर 2024 को, पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर प्रदीप कुमार उर्फ विपिन उर्फ पोपिन को सभावाला तिराहे से गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान उसने अपने तीन अन्य साथियों आकाश कुमार, राजन, और अमित कुमार की जानकारी दी, जिन्हें भी सहारपुर रोड स्थित दरगाह के पास से गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तारी के समय पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त दो चाकू और एक मोटरसाइकिल बरामद की। पूछताछ में यह सामने आया कि प्रदीप और उसके साथी बुजुर्ग दंपत्ति के घर में लूट की योजना बना रहे थे, क्योंकि उन्हें जानकारी थी कि दंपत्ति के पास नकद और गहने हैं।
इस घटना का सफल अनावरण करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी देहरादून द्वारा 10,000 रुपये के पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है। पुलिस टीम में निरीक्षक मुकेश त्यागी, वरिष्ठ उप निरीक्षक शिशुपाल राणा, उप निरीक्षक राजेश असवाल, और अन्य सदस्य शामिल थे।
गिरफ्तार अभियुक्तों की जानकारी
- प्रदीप कुमार उर्फ विपिन उर्फ पोपिन (22 वर्ष)
- आकाश कुमार उर्फ कुनाल (22 वर्ष)
- राजन (23 वर्ष)
- अमित कुमार बाल्मिकी (25 वर्ष)
यह घटना क्षेत्र में सुरक्षा के मुद्दे को लेकर चिंता बढ़ा रही है, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने स्थानीय निवासियों के बीच राहत का माहौल बनाया है।