आवाज बाहर न आए इसलिए बंद किया गया इंटरनेट संभल हिंसा पर सपा अध्यक्ष ने सरकार को फिर घेरा
उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हाल ही में हुई हिंसा ने राज्य में एक राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है। हिंसा के दौरान दो लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए। इस हिंसा के बाद, प्रशासन ने हालात को काबू में करने के लिए कर्फ्यू लगाया और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दीं। प्रशासन का यह कदम हिंसा के फैलने और झूठी अफवाहों के प्रसार को रोकने के लिए बताया गया।
हालांकि, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने जानबूझकर इंटरनेट सेवा बंद कर दी ताकि लोग बाहर की दुनिया को हिंसा के बारे में जानकारी न दे सकें। अखिलेश यादव का कहना है कि यह कदम सरकार की ओर से “आवाज दबाने” की कोशिश थी, ताकि मामले की सच्चाई सामने न आ सके
इस हिंसा और उसके बाद के घटनाक्रम ने विपक्षी दलों को भी सक्रिय कर दिया है। बहुजन समाज पार्टी (BSP) और कांग्रेस जैसे दलों ने भी सरकार की आलोचना की है, और आरोप लगाया कि प्रशासन संवेदनशील मामलों को संभालने में असफल रहा है। इन दलों ने इसे राज्य में साम्प्रदायिक तनाव बढ़ाने का प्रयास बताया।
राज्य सरकार ने अपनी कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि इंटरनेट बंद करने का निर्णय सार्वजनिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए लिया गया था और यह कदम स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए आवश्यक था। लेकिन विपक्षी दलों ने इसे “लोकतंत्र पर हमला” बताते हुए इसे आलोचनाओं का शिकार किया है
इस घटनाक्रम ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति और सूचना के अधिकार पर बड़े सवाल उठाए हैं।