नोएडा-ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण का कहर: ऑनलाइन क्लासेज और आर्टिफिशियल रेन से राहत की कोशिशें
नोएडा: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वायु प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंच गया है, जिससे लोग घरों में बंद रहने को मजबूर हो गए हैं। स्कूलों को फिर से ऑनलाइन क्लासेज चलाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि बच्चों को प्रदूषित हवा से बचाया जा सके।
इस बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए स्थानीय लोग भी सक्रिय हो गए हैं। कुछ सोसाइटीज की RWA और तीन अन्य सोसाइटीज ने अपने स्तर पर आर्टिफिशियल रेन जैसी तकनीकों का उपयोग करके वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने की कोशिशें शुरू कर दी हैं।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के अनुसार नोएडा में AQI 278, ग्रेटर नोएडा में 265 और गाजियाबाद में 252 है। इस बढ़े हुए प्रदूषण स्तर से मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, बच्चों और सांस व दिल के मरीजों पर बुरा असर पड़ रहा है। विशेषज्ञों ने इन लोगों को विशेष रूप से सावधानी बरतने और बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है।
प्रदूषण के कारण हवा में जहरीले कणों का स्तर बढ़ गया है, जिससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। स्थानीय प्रशासन और नागरिक मिलकर इस समस्या का समाधान ढूंढ़ने की कोशिश कर रहे हैं।