देहरादून, उत्तराखण्ड: सुद्धोवाला क्षेत्र में शराब के ठेके के खिलाफ स्थानीय निवासियों ने विरोध प्रदर्शन और अनशन शुरू कर दिया है। यह आंदोलन ग्राम प्रधान मुनिश देवी के नेतृत्व में चल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि शराब का ठेका समाज और युवा पीढ़ी पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा, जिससे क्षेत्र का माहौल खराब हो सकता है।
ग्रामीणों ने प्रशासन को ठेके की अव्यवस्था और अनुचित स्थान को लेकर कई महत्वपूर्ण बिंदु बताए। सुद्धोवाला निवासी राकेश भट्ट ने कहा कि प्रस्तावित ठेके के स्थान से लगभग 500 मीटर की दूरी पर बालासुंदरी मंदिर स्थित है। इसके अलावा, पास ही एक चर्च और स्कूल भी है। क्षेत्र में मौजूद एस-टर्निंग सड़क सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है।
स्थानीय निवासियों ने यह भी बताया कि इस क्षेत्र में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे ट्रैफिक और भी अधिक बाधित होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि शराब के ठेके के साथ पर फिजियोथैरेपि की आड़ में यहां मसाज पार्लर खोलने की भी योजना बनाई जा रही है, जो समाज के लिए और भी हानिकारक हो सकता है।
प्रशासन ने विरोध को देखते हुए यह आश्वासन दिया है कि सुद्धोवाला में शराब का ठेका नहीं खोला जाएगा। हालांकि, यह सवाल अभी भी बना हुआ है कि शराब के ठेके का लाइसेंस इस क्षेत्र के लिए पास कैसे किया गया।
ग्रामीणों ने प्रशासन से इस प्रक्रिया की जांच की मांग की है और कहा है कि वे अपने क्षेत्र के सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा के लिए एकजुट रहेंगे।