कैंची धाम, नैनीताल: आस्था और आध्यात्मिक आकर्षण का वैश्विक केंद्र
"कैंची धाम: आस्था, हस्तियों और विकास की नई गाथा"
नैनीताल: कैंची धाम, नैनीताल स्थित बाबा नीम करौली का पवित्र आश्रम, न केवल भारतीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय श्रद्धालुओं के लिए भी आस्था का प्रमुख केंद्र बन चुका है। नवंबर 2024 में क्रिकेटर सुरेश रैना और अभिनेता राजपाल यादव जैसे बड़े नामों ने यहाँ आकर बाबा का आशीर्वाद लिया, जिससे इसकी प्रसिद्धि और बढ़ी। सुरेश रैना ने इसे “आध्यात्मिक शांति का स्थान” बताया और मंदिर प्रबंधन से बाबा और उनकी शिक्षाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।
वैश्विक प्रतिष्ठा
इस पवित्र स्थल की महिमा केवल भारत तक सीमित नहीं है। एप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स और फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग जैसे वैश्विक दिग्गजों ने भी बाबा नीम करौली से प्रेरणा प्राप्त की। जुकरबर्ग ने खुद इस बात का जिक्र किया है कि फेसबुक की मुश्किल घड़ी में वे कैंची धाम आए थे और उनकी यात्रा ने उन्हें नई ऊर्जा और दिशा दी। जॉब्स ने भी 1970 के दशक में यहाँ आकर शांति और प्रेरणा पाई थी।
आधुनिक विकास और बुनियादी सुविधाएँ
केंद्र सरकार की “मनसखंड मंदिर माला मिशन” के तहत 42 करोड़ रुपये की योजना में कैंची धाम को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। इसमें एक मल्टी-स्टोरी पार्किंग और आवश्यक बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है, जिससे भक्तों को यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
कैंची धाम का नाम यहाँ के दो “कैंची” (कैंची जैसी दिखने वाली सड़क) जैसे पहाड़ी घुमावों से पड़ा है। यह आश्रम बाबा नीम करौली द्वारा 1962 में स्थापित किया गया था। यहाँ का मुख्य मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है और हर वर्ष 15 जून को प्रतिष्ठा दिवस मनाया जाता है, जिसमें लाखों भक्त शामिल होते हैं।
संपूर्ण अनुभव
कैंची धाम नैनीताल, भीमताल और जागेश्वर जैसे पर्यटक स्थलों के करीब स्थित है, जो इसे धार्मिक और पर्यटन के दृष्टिकोण से आकर्षक बनाता है। आश्रम के आसपास का शांत और हरा-भरा वातावरण, साथ ही पास बहती नदी, यहाँ आने वाले भक्तों को आध्यात्मिक और प्राकृतिक आनंद प्रदान करती है।
यह आश्रम आज न केवल धार्मिक केंद्र है, बल्कि एक ऐसा स्थान है, जहाँ से लोग शांति, प्रेरणा और नई शुरुआत की ऊर्जा लेकर जाते हैं।
अधिक जानकारी के लिए आप नैनीताल पर्यटन पर देख सकते हैं।