Farmers Protest: एक पक्ष दिल्ली कूच पर अड़ा भारतीय किसान यूनियन पीछे हटा
दिल्ली: किसान आंदोलन के ताजा घटनाक्रम के अनुसार, 6 दिसंबर 2024 को पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर स्थित शंभू बॉर्डर से लगभग 100 किसानों का एक जत्था दिल्ली की ओर पैदल मार्च पर निकला। इन किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार मूल्य निर्धारण, किसानों के कर्ज माफी, भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 की पुनः लागू करने, विद्युत संशोधन विधेयक 2020 को रद्द करने, लखीमपुर खीरी हिंसा के दोषियों को सजा, और आंदोलन में मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देने जैसी 12 प्रमुख मांगें रखी हैं।
हालांकि, हरियाणा पुलिस ने उन्हें शंभू बॉर्डर पर ही रोक लिया, जिसके बाद किसानों ने अपना पैदल मार्च रविवार तक के लिए स्थगित कर दिया। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों द्वारा दागे गए आंसू गैस के गोले के कारण कुछ किसान घायल हो गए, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यसभा में आश्वासन दिया कि नरेंद्र मोदी सरकार सभी कृषि उपजों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदेगी, और उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार पहले से ही किसानों को लाभकारी मूल्य दे रही है।