देहरादून: रानीपोखरी में 300 करोड़ का ज़मीन घोटाला, भू-माफिया ने ठगे करोड़ों
"पर्यटन हब के नाम पर मिली सरकारी ज़मीन पर प्लॉटिंग कर लोगों को ठगा"
देहरादून: देहरादून के रानीपोखरी में ज़मीन घोटाले का बड़ा मामला सामने आया है। यहां आरए कंस्ट्रक्शन नामक रियल एस्टेट कंपनी ने 123 बीघा ज़मीन पर ऋषिधाम एनक्लेव नाम से प्लॉटिंग का काम शुरू किया। यह ज़मीन पर्यटन हब के विकास के लिए आवंटित की गई थी, लेकिन भू-माफिया ने इसे प्लॉट के नाम पर बेचकर पहाड़ के लोगों से करोड़ों रुपए ठग लिए।
दो साल पहले कंपनी ने प्लॉटिंग का काम शुरू कर खरीदारों से 50 प्रतिशत एडवांस में राशि ली। दो साल बीतने के बाद न तो खरीदारों को प्लॉट मिला और न ही उनकी जमा राशि वापस हुई। अब तक कुल 123 बीघा ज़मीन का बाज़ार मूल्य लगभग 300 करोड़ रुपए आंका गया है।
इस मामले को मूल निवास-भू कानून संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी और उनके साथी नमन चंदोला ने उजागर किया। उनका कहना है कि जब तक पीड़ित खरीदारों को उनका पूरा पैसा वापस नहीं दिलाया जाता, संघर्ष जारी रहेगा।
संघर्ष समिति ने सरकार से 123 बीघा ज़मीन को फिर से सरकारी संपत्ति में शामिल करने और भू-माफिया के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
मुख्य मांगें:
•पीड़ित खरीदारों को उनका पैसा वापस दिलाना।
•भू-माफिया और संबंधित कंपनी पर कानूनी कार्रवाई।
•पर्यटन विभाग की ज़मीन को सरकार में पुनर्निहित करना।
यह मामला उत्तराखंड में ज़मीन घोटालों और भू-माफिया की बढ़ती सक्रियता को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है।