देहरादून में 1 लाख स्ट्रीटलाइट्स लगाने के बावजूद अंधेरे की समस्या बरकरार
देहरादून । देहरादून में 2017 से अब तक 1 लाख से अधिक स्ट्रीटलाइट्स लगाने के बावजूद, शहर के कई हिस्सों में अंधेरे की समस्या बनी हुई है। देहरादून नगर निगम (DMC) ने 2017 में स्ट्रीटलाइट्स की स्थापना, मरम्मत और रखरखाव के लिए एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL) को अनुबंध दिया था। आंतरिक शहर क्षेत्रों के लिए यह अनुबंध अगले वर्ष समाप्त होने वाला है, जबकि बाहरी क्षेत्रों के लिए यह 2027 तक प्रभावी रहेगा।
अनुबंध के अनुसार, EESL को 48 घंटों के भीतर रखरखाव संबंधी समस्याओं का समाधान करना था, लेकिन निवासियों का दावा है कि यह समय सीमा नियमित रूप से अनदेखी की गई है। लगातार शिकायतों और वित्तीय नुकसान के चलते, DMC ने EESL को चेतावनी जारी की और इस वर्ष की शुरुआत में कंपनी के खराब प्रदर्शन के कारण रखरखाव की जिम्मेदारी स्वयं संभाल ली।
निवासियों ने नागरिक एजेंसियों के बीच समन्वय की कमी को भी समस्या का मुख्य कारण बताया है। DMC अधिकारियों का कहना है कि अन्य नागरिक एजेंसियों के कार्यों के कारण कई क्षेत्रों में स्ट्रीटलाइट्स की संचालन व्यवस्था बाधित हुई है। वरिष्ठ DMC अधिकारियों ने अब EESL को चेतावनी दी है कि यदि कंपनी का प्रदर्शन नहीं सुधरा, तो उसका अनुबंध समय से पहले समाप्त कर दिया जाएगा।
नगर आयुक्त नमामि बंसल ने EESL को बाहरी वार्डों की लाइटिंग प्रणाली को मैन्युअल से स्वचालित संचालन में बदलने की योजना बनाने का निर्देश दिया है। बंसल ने कहा, “सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाली बुनियादी नागरिक सुविधा में कमी अस्वीकार्य है।”