देहरादून। कोटद्वार में आयोजित पारंपरिक गिंदी कौथिग का आयोजन धूमधाम से हुआ। स्थानीय लोगों के साथ-साथ बड़ी संख्या में पर्यटकों ने भी इस आयोजन का भरपूर आनंद लिया। ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण यह खेल हर साल मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित किया जाता है, जिसमें गांव-गांव से खिलाड़ी हिस्सा लेने आते हैं।
गिंदी कौथिग का यह रोमांचक आयोजन स्थानीय परंपराओं और संस्कृति को संरक्षित रखने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। मैदान पर खिलाड़ियों के बीच गेंद पर कब्जा जमाने के लिए जबरदस्त संघर्ष देखने को मिला। हर तरफ जयकारों और तालियों की गूंज से माहौल और भी रोमांचक हो गया।
इस आयोजन का खास आकर्षण विदेशी पर्यटक रहे, जो इस परंपरागत खेल के प्रति खासा उत्साहित नजर आए। वे न केवल इस खेल को देखने पहुंचे, बल्कि स्थानीय लोगों के साथ मिलकर झूमते हुए इस आयोजन का हिस्सा बने।
गिंदी कौथिग न केवल खेल का आयोजन है, बल्कि यह लोगों को एकजुट करने और समुदाय को प्रोत्साहित करने का एक जरिया भी है। इस साल के आयोजन ने फिर से यह साबित कर दिया कि यह परंपरा आज भी उतनी ही जीवंत है, जितनी सदियों पहले हुआ करती थी।