देहरादून। उत्तराखंड में स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर कांग्रेस पार्टी ने विरोध जताया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि स्मार्ट मीटर का निर्णय राज्य की जनता और खासकर किसानों के हित में नहीं है, और यह महंगाई के समय में एक और बोझ साबित होगा। किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि रुद्रपुर में स्मार्ट मीटर लगाए गए, तो वे राजनीति छोड़ देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने रुद्रपुर को विकास में पीछे धकेल दिया है और अब स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी कर रही है।
कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी इस मुद्दे पर आवाज उठाई। ललित जोशी ने अडानी ग्रुप के स्मार्ट मीटर ठेके पर सवाल उठाते हुए यह पूछा कि 1300 करोड़ रुपये के स्मार्ट मीटर का खर्च कौन उठाएगा, और क्यों यूपीसीएल की परिसंपत्तियों को अडानी ग्रुप को सौंपा जा रहा है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बिजली बिल वृद्धि और स्मार्ट मीटर के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार से बिजली बिल में राहत देने, सोलर योजना में सब्सिडी बढ़ाने और 400 यूनिट बिजली मुफ्त देने की मांग की। उनका कहना है कि स्मार्ट मीटर लगाए जाने से बिजली बिलों में बढ़ोतरी होगी, जो आम जनता के लिए एक और वित्तीय दबाव होगा।