Mahashivratri 2025: शिव के रंग में रंगी देवभूमि, ‘हर हर महादेव’ जयकारों से गूंजे शिवालय, श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
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देहरादून । महाशिवरात्रि 2025 का पर्व भारत में विशेष धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दिन को भगवान शिव के सम्मान में बहुत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। देवभूमि उत्तराखंड, खासकर हरिद्वार और ऋषिकेश में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या देखने को मिल रही है।
शिवालयों की सजावट
शिव मंदिरों को सुंदर तरीके से सजाया गया है। फूलों की मालाएं, रंग-बिरंगी रोशनी और दीप जलाए गए हैं। भक्तों ने अपने-अपने घरों और मंदिरों में भी शिव के चित्रों और प्रतिमाओं को सजा रखा है।
भजन-कीर्तन और पूजा-अर्चना
इस दिन भक्तजन उपवासी रहकर शिव की आराधना कर रहे हैं। विभिन्न शिवालयों में भजन-कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है। प्रमुख मंदिरों में रुद्राभिषेक और विशेष पूजा विधियों का आयोजन किया जा रहा है। भक्तजन अपने इष्ट देवता शिव को प्रसन्न करने के लिए विशेष वस्त्र, फल और फूल अर्पित कर रहे हैं।
सामुदायिक कार्यक्रम
कई जगहों पर सामुदायिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें लोग एकत्र होकर शिव की महिमा का गुणगान कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने भी श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखा है, और सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं।
महात्म्य और आस्था
महाशिवरात्रि का पर्व केवल धार्मिक नहीं है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक उत्सव भी है। इसे लेकर लोगों में गहरी आस्था है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव ने तांडव किया था और साथ ही पार्वती जी से विवाह भी किया था। इस दिन का विशेष महत्व है, और भक्तजन इसे आत्मिक शुद्धि और मोक्ष प्राप्ति का अवसर मानते हैं।