
नई दिल्ली । भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी जितेंद्र रावत की आत्महत्या की घटना दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में स्थित विदेश मंत्रालय के परिसर में हुई। वह मंत्रालय के उच्च पद पर कार्यरत थे और उनके कार्यक्षेत्र में कई महत्वपूर्ण दायित्व थे। सूत्रों के मुताबिक, जितेंद्र रावत कुछ समय से मानसिक तनाव और अवसाद से जूझ रहे थे, जिसके चलते उनका इलाज चल रहा था।
पुलिस ने बताया कि रावत ने सुबह लगभग 6 बजे विदेश मंत्रालय की इमारत की चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या की। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन अवसाद को आत्महत्या का कारण माना जा रहा है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए उनके परिवार को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। मंत्रालय ने यह भी बताया कि जितेंद्र रावत एक समर्पित और ईमानदार अधिकारी थे, जिनकी इस घटना से परिवार और साथी अधिकारियों को गहरा सदमा लगा है।
इस घटना के बाद पुलिस ने मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है और उनकी मानसिक स्थिति, व्यक्तिगत जीवन और कामकाजी तनाव को लेकर भी जानकारी एकत्र की जा रही है।