Uttarakhand: आपातकालीन सेवाओं के लिए बनेगा स्वास्थ्य परिचालन केंद्र, चारधाम यात्रियों को मिलेगी सहायता

देहरादून । उत्तराखंड सरकार चारधाम यात्रा 2025 के लिए तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। इनमें स्वास्थ्य परिचालन केंद्र की स्थापना, रोपवे परियोजनाओं की मंजूरी, ऑनलाइन पंजीकरण की शुरुआत और बजट आवंटन शामिल हैं।
स्वास्थ्य परिचालन केंद्र की स्थापना:
चारधाम यात्रा के दौरान आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए, उत्तराखंड सरकार एक समर्पित स्वास्थ्य परिचालन केंद्र स्थापित कर रही है। यह केंद्र तीर्थयात्रियों को आपातकालीन चिकित्सा सहायता प्रदान करेगा, जिससे उनकी यात्रा सुरक्षित और सुगम हो सके।
रोपवे परियोजनाओं की मंजूरी:
केंद्र सरकार ने केदारनाथ धाम और हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे परियोजनाओं को मंजूरी दी है। केदारनाथ रोपवे परियोजना सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 12.9 किलोमीटर लंबी होगी, जिससे वर्तमान में 6 से 7 घंटे की यात्रा मात्र 36 मिनट में पूरी की जा सकेगी। यह परियोजना 4,081.28 करोड़ रुपये की लागत से पूरी होगी।
ऑनलाइन पंजीकरण की शुरुआत:
चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया अगले सप्ताह से शुरू की जाएगी। इस वर्ष यात्रा 30 अप्रैल से प्रारंभ होगी, जिसमें बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।
बजट आवंटन:
चारधाम यात्रा की तैयारियों के लिए उत्तराखंड सरकार ने रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और चमोली जिलों को कुल 6 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। हालांकि, इन जिलों ने 21 करोड़ रुपये की मांग की थी। अन्य संबंधित जिलों को अभी बजट आवंटित नहीं किया गया है, जिससे उनकी तैयारियों में चुनौतियाँ बढ़ सकती हैं।