केदारनाथ धाम में मांस-शराब की बिक्री पर सख्ती, प्रशासन का बड़ा एक्शन
"केदारनाथ धाम की पवित्रता से समझौता नहीं, मांस और शराब बेचने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई"

देहरादून/रुद्रप्रयाग । चारधाम यात्रा से पहले केदारनाथ धाम में मांस और शराब की बिक्री को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा विधायक आशा नौटियाल के बयान के बाद इस मुद्दे ने तूल पकड़ लिया, हालांकि बाद में उन्होंने सफाई दी कि किसी भी धर्म के लोगों के दर्शन पर रोक नहीं होगी, लेकिन धाम क्षेत्र में अनैतिक गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
केदारनाथ धाम को हिंदू आस्था का केंद्र मानते हुए, प्रशासन और सरकार ने धाम और यात्रा मार्ग पर मांस-मदिरा की बिक्री को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। स्थानीय व्यापारियों और तीर्थ पुरोहितों की शिकायतों के बाद, रुद्रप्रयाग के प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि धाम की पवित्रता भंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
आशा नौटियाल पहले की मांग पर सॉफ्ट हुईं 11 मार्च को रुद्रप्रयाग में हुई इस बैठक में मौजूद केदारनाथ विधानसभा सीट से भाजपा विधायक आशा नौटियाल ने इस मामले में सरकार के सामने नई मांग रख दी. उन्होंने बैठक में मिली शिकायतों पर कहा कि कुछ लोग जो गैर हिंदू हैं, वह धाम और उसके रास्ते में शराब और मांस की बिक्री करते हैं. धाम की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाते हैं. इसीलिए उनकी मांग है कि केदारनाथ धाम में गैर हिंदुओं का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित हो. हालांकि अब आशा नौटियाल ने अपने बयान में बदलाव कर दिया है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करते हुए प्रशासन को निर्देश दिए कि केदारनाथ धाम की गरिमा बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं। रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने कहा कि इस बार यात्रा के दौरान पूरी तरह से मांस और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों ने इस फैसले का समर्थन किया है, जबकि विपक्ष ने इसे लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की है। कांग्रेस प्रवक्ता प्रतिमा सिंह ने कहा कि अगर केदारनाथ के आसपास ऐसी गतिविधियां हो रही थीं, तो इसके लिए सरकार ही जिम्मेदार है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस फैसले को कितनी सख्ती से लागू करता है और क्या यह कदम धाम की पवित्रता बनाए रखने में सफल होगा या नहीं।
केदारनाथ विधायक के बयान से कांग्रेस नाराज: आशा नौटियाल के इस बयान के बाद विपक्ष ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रवक्ता प्रतिमा सिंह ने कहा कि-
अगर केदारनाथ धाम के आसपास शराब और मांस की बिक्री हो रही है, तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार है. क्योंकि सरकार की नाक के नीचे इस तरह की अनैतिक गतिविधियों से धाम और लोगों की आस्था दोनों को नुकसान पहुंचता है.
-प्रतिमा सिंह, कांग्रेस प्रवक्ता-
नॉनवेज और शराब बिक्री पर सख्त रहेगी पुलिस: रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने कहा कि-
केदारनाथ धाम एक धार्मिक स्थल है. पिछली यात्राओं के दौरान भी शराब और मांस की बिक्री होने की शिकायतों पर पुलिस की ओर से कार्रवाई की गई थी. प्रभारी मंत्री से मिले निर्देशों और स्थानीय जनता की राय को देखते हुये इस बार पूरी तरह से केदारनाथ धाम क्षेत्र में मांस और शराब की बिक्री पर रोक लगेगी.
-अक्षय प्रह्लाद कोंडे, पुलिस अधीक्षक, रुद्रप्रयाग