नेपाल में हनुमान जयंती जुलूस के दौरान दो समुदायों में झड़प, एसपी समेत 37 घायल

वीरगंज, नेपाल । हनुमान जयंती के अवसर पर वीरगंज, नेपाल के छपकैयाँ क्षेत्र में दो समुदायों के बीच हुई झड़प में पर्सा के पुलिस उपरीक्षक (एसपी) गौतम मिश्रा समेत 25 सुरक्षाकर्मी और 12 नागरिक घायल हो गए हैं। जानकारी के अनुसार, स्थिति को शांत करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के दौरान सबसे ज्यादा चोट पुलिसकर्मियों को आई है। हालात को देखते हुए पर्सा पुलिस ने नेपाल पुलिस, सशस्त्र पुलिस और राष्ट्रीय जांच विभाग के कुल 931 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया था। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रमुख जिला अधिकारी गणेश अर्याल, जिला पुलिस कार्यालय के एसपी गौतम मिश्रा, सशस्त्र पुलिस के एसपी राधेश्याम धिताल और अनुसंधान निदेशक दिलीप सिंह सहित अन्य उच्च अधिकारी स्वयं मौके पर मौजूद थे।

घटना उस समय गंभीर हो गई जब वीरगंज के घण्टाघर से निकला जुलूस छपकैयाँ क्षेत्र पहुंचा और अचानक छतों से पत्थरबाजी शुरू हो गई। हालात को काबू में करने के लिए नेपाल पुलिस को 70 राउंड आंसू गैस के गोले दागने पड़े और स्थिति हाथ से निकलने से रोकने के लिए एसएलआर से 2 राउंड ब्लैंक फायरिंग भी करनी पड़ी। एसपी गौतम मिश्रा ने बताया कि प्राप्त जानकारी के अनुसार विवाद की शुरुआत तब हुई जब किसी हिंदू व्यक्ति का झंडा किसी ने छीन लिया। विवाद के सामान्य स्तर पर शुरू होने के बाद जैसे ही जुलूस छपकैयाँ पहुंचा, छतों से अचानक पत्थरबाजी शुरू हो गई। दोनों ओर से तनाव बढ़ने पर सुरक्षाकर्मी नागरिकों को बचाते हुए खुद घायल हो गए। पर्सा पुलिस के अनुसार, पत्थरबाजी में नेपाल पुलिस के 17 और सशस्त्र पुलिस के उपरीक्षक सहित 8 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। वहीं जुलूस में शामिल आम नागरिकों को बचाते हुए पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार 17 लोग मामूली रूप से घायल हुए हैं।गौरतलब है कि इससे पहले भी वीरगंज में दो समुदायों के बीच ऐसी झड़पें हो चुकी हैं।
