गांधी पार्क देहरादून में कैंडल मार्च निकालकर पहल्गाम हमले के शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

देहरादून । अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति (रजि.) के तत्वावधान में शुक्रवार शाम गांधी पार्क, देहरादून में जम्मू-कश्मीर के पहल्गाम क्षेत्र में आतंकवादियों द्वारा किए गए नरसंहार के विरुद्ध कैंडल मार्च एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस हृदयविदारक घटना में शहीद हुए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्रित हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ शाम 6:30 बजे राष्ट्रगान और दो मिनट के मौन के साथ किया गया। इसके बाद उपस्थित जनसमूह ने मोमबत्तियां जलाकर आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का प्रदर्शन किया। “भारत माता की जय” और “शहीदों अमर रहें” जैसे नारों से वातावरण गूंज उठा।
समिति के अध्यक्ष अरुण कुमार शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत एक है और कश्मीर भारत माता का मस्तक है। उन्होंने कहा कि जैसे शरीर के विभिन्न अंगों का अलग-अलग कार्य होता है, वैसे ही समाज के विभिन्न वर्गों की भी विशेष भूमिका है। मस्तक को ब्राह्मण का प्रतीक माना गया है, भुजा व सीना क्षत्रिय का, पेट वैश्य का और चरण शूद्र का प्रतीक है। सनातन धर्म और सभ्य समाज की रक्षा में ब्राह्मण समाज की प्रमुख भूमिका रही है।


अरुण कुमार शर्मा ने आतंकवादियों द्वारा निर्दोष लोगों के नरसंहार को कायरतापूर्ण बताते हुए कहा कि ऐसे समाज विरोधी तत्वों को कठोर दंड दिया जाना आवश्यक है। उन्होंने भारत सरकार और देशवासियों से आह्वान किया कि देश की सुरक्षा के लिए सेना और पुलिस का मनोबल बढ़ाएं और हर स्तर पर सहयोग करें। उन्होंने सभी पुण्य आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की और शहीदों के परिजनों को संबल प्रदान करने की कामना की।
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित नागरिकों ने देश की अखंडता और सुरक्षा के लिए सदैव जागरूक और सक्रिय रहने की शपथ ली।
श्रद्धांजलि सभा में रूचि शर्मा, आभा बड़थवाल, अभय उनियाल, अजय वासिष्ठ, भारती जोशी, राजेश पंत, पंकज शर्मा, राजेश शर्मा, मधु शर्मा सहित अनेक गणमान्य नागरिक एवं युवा शामिल हुए।