UTTARAKHAND
PR इवेंट्स में पत्रकारों से दुर्व्यवहार पर उठी आवाज़, पेशेवर शिष्टाचार की दी याद दिलाई

नई दिल्ली । पत्रकारों ने हाल ही में कई PR प्रोफेशनल्स द्वारा दिखाए जा रहे असंवेदनशील और गैर-पेशेवर व्यवहार पर नाराज़गी जताई है। बिना औपचारिक निमंत्रण के इवेंट्स में बुलाना, रात 11-12 बजे कॉल या मैसेज करना और पत्रकारों से सिर्फ स्क्रिप्टेड नैरेटिव को फॉलो करने की उम्मीद करना — ये सब पत्रकारिता की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं।
पत्रकारों का कहना है कि इवेंट्स में उनकी भागीदारी सिर्फ संपादकीय दृष्टिकोण पर आधारित होती है, न कि किसी मजबूरी या दबाव में। अगर किसी ब्रांड को सिर्फ प्रचार करवाना है, तो उसके लिए प्रायोजित सामग्री (sponsored content) का विकल्प है।
उन्होंने कहा कि पेशेवर शिष्टाचार, समय की कद्र और आपसी सम्मान के साथ काम करना आवश्यक है। मीडिया और PR की दुनिया को संतुलित और गरिमामय बनाने के लिए आपसी सहयोग और समझ जरूरी है।