भारत-पाक तनाव के बीच उत्तराखंड ने बढ़ाई सतर्कता, सीमावर्ती जिलों में मॉक ड्रिल के जरिए तैयारियों की समीक्षा
"भारत-पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच उत्तराखंड ने सीमावर्ती जिलों में मॉक ड्रिल के जरिए तैयारियों को तेज किया, आपदा प्रबंधन, सेना के समन्वय और चारधाम यात्रा सुरक्षा पर विशेष फोकस। "

देहरादून । भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर उत्तराखंड राज्य ने अपनी सीमाओं पर सुरक्षा और आपदा प्रबंधन को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है। राज्य के सीमावर्ती जिलों—चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, टिहरी, पौड़ी, देहरादून और हरिद्वार—में मॉक ड्रिल्स आयोजित की जा रही हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके।
उत्तरकाशी जिले में हाल ही में जंगलों में आग की रोकथाम के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें सेना, पुलिस, एसडीआरएफ, आईटीबीपी और अन्य विभागों ने सक्रिय भागीदारी की। इस अभ्यास का उद्देश्य वनाग्नि जैसी आपदाओं से निपटने की तैयारियों की समीक्षा करना था। इसके अलावा, चारधाम यात्रा की सफल तैयारियों के लिए भी ज्वॉइंट मॉक ड्रिल्स का आयोजन किया गया, जिसमें संबंधित विभागों के साथ सेना, एसएसबी, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ और वायुसेना ने भाग लिया। इस अभ्यास का उद्देश्य यात्रा के दौरान किसी भी प्राकृतिक या मानव जनित आपदा की स्थिति में समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना था।
हाल ही में, चंपावत जिले में भूकंप के झटकों के परिदृश्य में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें जिला प्रशासन और इंसीडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम (आईआरएस) की टीमें राहत कार्य में जुटीं। इस अभ्यास के दौरान प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों की तैयारियों की समीक्षा की गई। इन मॉक ड्रिल्स के माध्यम से उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने विभिन्न आपदाओं से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में प्रभावी और त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके।