Advertisement
DEHRADUN CITY

हर रविवार को जाम की अनदेखी, फिर भी जारी होती है संडे बाजार की अनुमति

"साप्ताहिक बाजार से जाम की समस्या बनी गंभीर, फिर भी विभागों की अनदेखी जारी"

Advertisement
Advertisement

देहरादून। रेंजर्स ग्राउंड में हर रविवार को लगने वाला संडे बाजार शहर के लिए जाम का बड़ा कारण बन गया है। इसके बावजूद जिला प्रशासन, पुलिस और यातायात विभाग हर हफ्ते एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) जारी कर बाजार लगाने की अनुमति दे रहे हैं।

रविवार को बाजार के चलते रेंजर्स ग्राउंड के आसपास सुबह से शाम तक भारी जाम लगा रहता है। वर्षों से यही हाल है, लेकिन जिम्मेदार विभाग समस्या की अनदेखी कर रहे हैं। संडे बाजार को पुलिस, ट्रैफिक और अग्निशमन विभाग की अनुमति से लगाया जाता है, जो सवाल खड़े करता है कि भीषण जाम के बावजूद हर सप्ताह एनओसी कैसे दी जा रही है?

पहले यह साप्ताहिक बाजार पलटन बाजार और फिर तिब्बतन मार्केट में लगाया जाता था। ट्रैफिक दबाव के कारण प्रशासन ने इसे शिवधारा शिफ्ट किया, लेकिन वहां कम भीड़ के चलते अंततः इसे शहर के बीच रेंजर्स ग्राउंड में फिर से शुरू कर दिया गया।

Advertisement Digital Marketing Solutions for Every Business

इस बाजार में सस्ते दाम पर सभी तरह का सामान मिलता है, जिससे लोग बड़ी संख्या में यहां पहुंचते हैं। पार्किंग की सुविधा न होने के कारण वाहन सड़क पर खड़े किए जाते हैं, जिससे यातायात व्यवस्था और बिगड़ जाती है।

व्यापारी भी नाराज़
स्थानीय व्यापारी वर्ग का कहना है कि संडे बाजार में बिना जीएसटी बिल के कपड़े व अन्य सामान खुलेआम बेचे जा रहे हैं, जिससे सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है।

Advertisement 02

क्या कहते हैं जिम्मेदार अधिकारी?

प्रमोद कुमार, एसपी सिटी, देहरादून:
“बाजार की अनुमति नियमों और शर्तों के आधार पर दी जाती है, लेकिन दुकानदार और लोग इनका पालन नहीं करते। जाम की स्थिति बनाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।”

Advertisement Influencer Advertising Marketing Instagram Post

लोकजीत सिंह, एसपी ट्रैफिक: “यातायात विभाग एनओसी शर्तों के तहत देता है। नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई की जाती है। अवैध पार्किंग वाले वाहनों को क्रेन से हटवाया जाता है।”

प्रत्यूष कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट, देहरादून: “रविवार को बाजार के लिए रेंजर्स ग्राउंड आरक्षित नहीं है। बाजार समिति ही आवेदन देती है और संबंधित विभागों से एनओसी मिलने पर ही अनुमति दी जाती है। अगर कोई विभाग असहमति जताता है, तो बाजार की अनुमति नहीं दी जाती।”

Advertisement
Advertisement

dkadmin

दून खबर डेस्क की टीम लगातार घटनाओं और रिपोर्टों पर नजर बनाए रखती है। हमारी डेस्क टीम समाचारों को संकलित, सत्यापित और अपडेट करती है, ताकि हम आपको सबसे ताज़ा और सटीक जानकारी दे सकें। टीम की यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि हर खबर पूरी तरह से सही, विश्वसनीय और समय पर आपके तक पहुंचे। हम आपको क्षेत्रीय और राष्ट्रीय घटनाओं की त्वरित अपडेट प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement
Back to top button