देहरादून में रिस्पना-बिंदाल एलिवेटेड रोड परियोजना की जद में आए 2600 घर, नगर निगम ने भेजे नोटिस

देहरादून। देहरादून में प्रस्तावित रिस्पना-बिंदाल एलिवेटेड रोड परियोजना के तहत नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 2600 से अधिक घरों को नोटिस भेजे हैं। ये सभी घर रिस्पना और बिंदाल नदियों के किनारे स्थित हैं। निगम ने निर्माण स्वामियों से उनके दस्तावेज तलब किए हैं और आपत्तियां दर्ज कराने को कहा है। दस्तावेजों की जांच और आपत्तियों के निस्तारण के बाद अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
11 किलोमीटर लंबी रिस्पना एलिवेटेड रोड और 15 किलोमीटर लंबी बिंदाल एलिवेटेड रोड का निर्माण कुल 6252 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित है। इस परियोजना के तहत विद्युत लाइन, सीवर लाइन, हाइटेंशन लाइन आदि को भी शिफ्ट किया जाएगा। संयुक्त सर्वे के दौरान जिन निर्माणों को चिन्हित किया गया है, उन्हें अब नगर निगम की ओर से नोटिस जारी कर दस्तावेज मांगे जा रहे हैं।
सहायक नगर आयुक्त वीपीएस चौहान ने बताया कि हाउस टैक्स की रसीद को संपत्ति के स्वामित्व का प्रमाण नहीं माना जाएगा। अभी आपत्तियों पर सुनवाई की तिथि तय नहीं हुई है, यह प्रक्रिया उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार आगे बढ़ेगी।
एलिवेटेड रोड के लिए रिस्पना नदी के किनारे कुल 44.82 हेक्टेयर भूमि और बिंदाल नदी के किनारे 43.91 हेक्टेयर भूमि प्रस्तावित है। दोनों परियोजनाओं के चलते 2200 से अधिक स्थायी और अस्थायी निर्माण प्रभावित होंगे, जिनमें निजी और सरकारी दोनों तरह की जमीन शामिल हैं।
इस परियोजना का उद्देश्य देहरादून में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाना और शहर को जाम से निजात दिलाना है। हालांकि इससे हजारों लोगों के घरों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं, और आने वाले समय में यह एक बड़ा सामाजिक मुद्दा बन सकता है।