जनसेवा, विकास और प्रतिबद्धता का प्रतीक: पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल के जन्मदिवस पर विशेष
"उत्तराखंड की राजनीति में एक सरल, सशक्त और समर्पित नेतृत्व का प्रेरणास्रोत – श्री प्रेमचंद अग्रवाल जी के जन्मदिवस पर विशेष।"

नई दिल्ली । प्रेमचंद अग्रवाल, उत्तराखंड के एक वरिष्ठ राजनेता और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख नेता हैं। उनका जन्म 12 अप्रैल 1960 को देहरादून जिले के डोईवाला में हुआ था। उनके पिता स्वर्गीय श्री मांगे राम अग्रवाल एक प्रतिष्ठित समाजसेवी थे, और माता श्रीमती धर्मों देवी धार्मिक प्रवृत्ति की महिला हैं। श्री अग्रवाल ने एम.कॉम और एल.एल.बी. की शिक्षा प्राप्त की है और अपने छात्र जीवन में मेधावी छात्र के रूप में दो बार छात्रवृत्ति प्राप्त की।
छात्र जीवन से ही वे सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय रहे। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और 1980 में डोईवाला में एबीवीपी के अध्यक्ष बने। वह उत्तराखंड आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाते रहे। खेलों में भी उनकी रुचि रही है; वे वॉलीबॉल में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और कबड्डी में विश्वविद्यालय स्तर के खिलाड़ी रहे हैं।
राजनीतिक जीवन में, उन्होंने भाजपा के विभिन्न पदों पर कार्य किया, जैसे कि डोईवाला नगर महामंत्री, मंडल महामंत्री-डोईवाला ग्रामीण, जिला संयोजक-पंचायत प्रकोष्ठ, जिला महामंत्री, और दो बार देहरादून के जिला अध्यक्ष। 2007 में, वे पहली बार ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए और इसके बाद 2012, 2017, और 2022 में भी लगातार इस सीट से जीत हासिल की। वे 2017 से 2022 तक उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष रहे और 2022 में वित्त, शहरी विकास, और संसदीय कार्य मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला।
हालांकि, फरवरी 2025 में विधानसभा सत्र के दौरान ‘पहाड़ी’ समुदाय के प्रति की गई टिप्पणी के कारण उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा और उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
24 मई 2025 को, ऋषिकेश में उनका जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए, जैसे कि रोगियों को सामग्री वितरित करना, गंगा आरती में भाग लेना, और पौधारोपण करना।
श्री प्रेमचंद अग्रवाल का जीवन सामाजिक सेवा, राजनीतिक प्रतिबद्धता, और जनकल्याण के कार्यों से परिपूर्ण है। उनकी सादगी, मिलनसारिता, और विकास के प्रति प्रतिबद्धता उन्हें एक लोकप्रिय जनप्रतिनिधि बनाती है।