समस्तीपुर । भुल्लू साहनी, जो कि एक दृष्टिहीन व्यक्ति हैं, ने अपनी बहादुरी और अडिग संकल्प से एक मिसाल कायम की है। उन्होंने अब तक 13 लोगों की जान बचाई और 14 शवों को जल दुर्घटनाओं से निकाला है। उनके द्वारा किए गए साहसिक कार्य यह साबित करते हैं कि शारीरिक विकलांगता किसी भी व्यक्ति की मानसिक ताकत और हिम्मत को नहीं हरा सकती। भुल्लू साहनी की कहानी न केवल प्रेरणा देती है, बल्कि यह दिखाती है कि मानवता की सेवा में कोई भी रुकावट आ सकती है, लेकिन अगर भावना मजबूत हो तो हर चुनौती को पार किया जा सकता है।
उनके इस अद्वितीय साहस के कारण इलाके में उनकी सराहना हो रही है, और वे अन्य विकलांग व्यक्तियों के लिए एक प्रेरणा बन चुके हैं।