बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर आरा और दरभंगा में रेल चक्का जाम, छात्रों ने उठाई न्याय की मांग
आरा/दरभंगा: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) परीक्षा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। मंगलवार को आइसा (AISA), आरवाईए (RYA), और युवा राजद (RJD) के सदस्यों ने आरा और दरभंगा में ट्रेनें रोककर प्रदर्शन किया। आरा रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने एक पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया, जबकि दरभंगा रेलवे स्टेशन पर बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस को रोककर अपनी मांगें बुलंद की।
प्रदर्शनकारियों ने बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने और शिक्षा माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने शिक्षा व्यवस्था में भ्रष्टाचार को समाप्त करने और छात्रों के हितों की रक्षा के लिए सुधारों की आवश्यकता पर जोर दिया। दरभंगा में प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे युवा राजद के नेता राकेश नायक ने कहा, “हम बिहार के नौजवानों की आवाज उठा रहे हैं, जो गरीब और किसान परिवारों से आते हैं। यहां के शिक्षा माफिया परीक्षाओं में गड़बड़ी कर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।” उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे शिक्षा माफियाओं पर लगाम लगाने में असफल रहे हैं और छात्रों की समस्याओं को अनदेखा कर रहे हैं।
प्रदर्शन में हाल ही में पटना के गर्दनीबाग में एक छात्र की मौत का भी मुद्दा उठाया गया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर छात्र की मौत के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाया और मृतक के परिवार के लिए मुआवजे की मांग की। “हम उस छात्र की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। अगर बीपीएससी परीक्षा रद्द नहीं की जाती, तो हमारा आंदोलन और उग्र होगा,” नायक ने चेतावनी दी। आरा और दरभंगा में रेल यातायात को बाधित करते हुए प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट किया कि उनकी मांगों को पूरा किए बिना वे शांत नहीं बैठेंगे। यह आंदोलन बिहार में शिक्षा प्रणाली में सुधार और छात्रों के अधिकारों के लिए एक बड़ा संदेश दे रहा है।