Uttarakhand: फूलों की घाटी और हेमकुंड साहिब को जोड़ने वाला पुल हुआ ध्वस्त

देहरादून । उत्तराखंड के चमोली जिले में बुधवार सुबह एक गंभीर घटना घटी, जब गोविंदघाट में हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी को जोड़ने वाला मुख्य पुल भूस्खलन के कारण ध्वस्त हो गया। सुबह लगभग 10:00 बजे पहाड़ी से विशाल चट्टान गिरने से यह पुल पूरी तरह से टूटकर लक्ष्मण गंगा नदी में समा गया, जिससे गोविंदघाट से घांघरिया, भ्यूंडार, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी और आसपास के गांवों का संपर्क मार्ग बाधित हो गया है。
हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि पुल टूटने की सूचना जिला प्रशासन को दे दी गई है और जल्द से जल्द पुल का पुनर्निर्माण करने की मांग की गई है। हेमकुंड साहिब के कपाट इस वर्ष 25 मई को खुलने वाले हैं, और यात्रा की तैयारियां चल रही थीं। पुल के ध्वस्त होने से यात्रा की तैयारियों पर असर पड़ सकता है।
चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने कहा कि पुल के नुकसान का आकलन किया जा रहा है, और हमारी कोशिश है कि हेमकुंड साहिब यात्रा शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली जाएं। प्रशासन ने एसडीआरएफ, तहसील प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और लोक निर्माण विभाग की टीमों को मौके पर भेज दिया है। प्राथमिकता के आधार पर पुलना गांव के निवासियों को आवश्यक वस्तुएं और सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
यह पुल अलकनंदा गंगा नदी पर बना था और पैदल यात्रा का प्रमुख मार्ग था। पुल के ध्वस्त होने से फूलों की घाटी, हेमकुंड साहिब और आसपास के गांवों का संपर्क टूट गया है, जिससे स्थानीय निवासियों और तीर्थयात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। प्रशासन जल्द से जल्द पुल का पुनर्निर्माण करने के लिए प्रयासरत है ताकि यात्रा और स्थानीय आवाजाही सुचारू रूप से चल सके।
इस घटना के बाद, प्रशासन और संबंधित विभागों की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं और स्थिति का जायजा ले रही हैं। प्रयास किया जा रहा है कि हेमकुंड साहिब की यात्रा शुरू होने से पहले पुल का पुनर्निर्माण कार्य पूरा हो जाए, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।