Uttarakhand: चमोली ग्लेशियर हादसे में 8 श्रमिकों की मौत, 46 हुए सुरक्षित रेस्क्यू
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देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले में माणा क्षेत्र में शुक्रवार, 28 फरवरी 2025 को ग्लेशियर टूटने से हिमस्खलन हुआ, जिसमें सीमा सड़क संगठन (BRO) के 55 श्रमिक फंस गए थे। लगभग 60 घंटे चले बचाव अभियान के बाद, 46 श्रमिकों को सुरक्षित निकाला गया, जबकि 8 की मृत्यु की पुष्टि हुई है।
हादसा और बचाव कार्य:
हिमस्खलन के समय, श्रमिक निर्माण कार्य में व्यस्त थे, जब ग्लेशियर का एक हिस्सा उनके अस्थायी शेल्टर पर गिर गया। बचाव कार्य में भारतीय सेना, ITBP, NDRF, SDRF और अन्य एजेंसियों के 200 से अधिक कर्मियों ने हिस्सा लिया। खराब मौसम और अत्यधिक बर्फबारी के बावजूद, आधुनिक उपकरणों और तकनीकों का उपयोग करके 46 श्रमिकों को सुरक्षित निकाला गया।
मृतकों की पहचान:
मृतकों में हिमाचल प्रदेश के मोहेंदर पाल और हरमेश चंद्र, उत्तर प्रदेश के जितेंद्र सिंह, मंजीत यादव, आलोक यादव और अशोक पासवान, उत्तराखंड के अनिल कुमार और अरविंद कुमार सिंह शामिल हैं।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा के लिए राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लापता श्रमिकों की जल्द से जल्द खोज की जाए और गंभीर रूप से घायल श्रमिकों के इलाज का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।
यह अभियान चुनौतीपूर्ण मौसम और इलाके में किया गया, जिसमें खोजी कुत्तों और थर्मल इमेजिंग तकनीक का विशेष रूप से उपयोग किया गया। आईटीबीपी और अन्य बलों ने असाधारण साहस और समन्वय का प्रदर्शन करते हुए अधिकतम लोगों की जान बचाई।