Chardham Yatra 2025: निगरानी के लिए रेंज कार्यालय में विशेष सेल बनाई गई, मुख्य पड़ावों पर तैनात रहेंगे एएसपी

देहरादून । उत्तराखंड में हर साल लाखों श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए पहुंचते हैं, जिससे सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण एक बड़ी चुनौती बन जाता है। चारधाम यात्रा 2025 को सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से संचालित करने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने रेंज कार्यालय में एक विशेष निगरानी सेल गठित किया है। इस सेल का मुख्य उद्देश्य यात्रा मार्ग की सुरक्षा व्यवस्था पर कड़ी नजर रखना और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तुरंत कार्रवाई करना है।
मुख्य पड़ावों पर एएसपी की तैनाती
चारधाम यात्रा के दौरान बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के प्रमुख पड़ावों पर एएसपी (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक) स्तर के अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। ये अधिकारी यात्रा मार्गों पर सुरक्षा की निगरानी करेंगे और श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखेंगे। इसके अलावा, यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और होमगार्ड तैनात किए जाएंगे।
ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी
इस बार यात्रा मार्गों पर ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी की मदद से निगरानी बढ़ाई जाएगी। संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष चौकसी बरती जाएगी ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। पुलिस प्रशासन ने बताया कि रियल-टाइम मॉनिटरिंग के लिए हाईटेक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाएगा, जिससे सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी।
यात्रियों की सुरक्षा और आपातकालीन सेवाएं
श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आपातकालीन चिकित्सा दलों की तैनाती की जाएगी। पुलिस और प्रशासन ने स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर हेल्प डेस्क और मेडिकल कैंप स्थापित करने की योजना बनाई है, जिससे यात्रियों को किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या होने पर तुरंत सहायता मिल सके।
यात्रा पंजीकरण और ट्रैफिक प्रबंधन
उत्तराखंड सरकार ने इस बार चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है। बिना पंजीकरण के यात्रियों को यात्रा की अनुमति नहीं मिलेगी। इसके अलावा, पुलिस यात्रा मार्गों पर ट्रैफिक का प्रबंधन करने के लिए विशेष गाइडलाइन जारी करेगी, जिससे भीड़भाड़ को नियंत्रित किया जा सके।
प्रशासन की अपील
उत्तराखंड पुलिस और प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन करें, अनिवार्य पंजीकरण कराएं और किसी भी आपात स्थिति में पुलिस हेल्पलाइन नंबरों का उपयोग करें।
चारधाम यात्रा 2025 को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए हर संभव उपाय किए जा रहे हैं, ताकि यात्रा के दौरान किसी को कोई असुविधा न हो।