टिहरी झील पर क्रूज सेवा: उत्तराखंड पर्यटन को मिलेगी नई ऊंचाई, प्रकृति की गोद में रोमांच का अनुभव
देहरादून । उत्तराखंड का टिहरी झील अब एक नई क्रूज सेवा के साथ पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनने जा रहा है। टिहरी झील पर यह क्रूज सेवा पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय निवासियों और गांव पर्यटन को भी प्रोत्साहित करेगी। टिहरी झील, जो एशिया के सबसे ऊंचे टिहरी बांध पर स्थित है, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और जल क्रीड़ा गतिविधियों के लिए जानी जाती है।
पर्यटन को मिलेगा नया अनुभव
क्रूज जहाज के प्रबंधक विजय बिष्ट ने इसे “अभूतपूर्व पहल” बताया है। उनका कहना है कि यह परियोजना स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त करेगी और झील के आसपास के गांवों में पर्यटन को बढ़ावा देगी। बिष्ट ने कहा, “टिहरी बांध और झील के माध्यम से न केवल पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। यह सेवा उत्तराखंड के पर्यटन के लिए एक बड़ी छलांग साबित होगी।”
उत्तराखंड सरकार का योगदान
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) के होटलों में 25% की छूट, आपातकालीन प्रबंधन प्रणाली को मजबूत करने, और सड़कों की मरम्मत जैसे उपायों से राज्य में पर्यटन को अधिक सुविधाजनक बनाया जा रहा है।
सभी मौसमों में पर्यटन का आकर्षण
टिहरी झील का यह क्रूज जहाज सर्दियों और गर्मियों दोनों मौसमों में पर्यटकों को आकर्षित करेगा। मसूरी, औली, धनोल्टी, और हरिद्वार जैसे लोकप्रिय स्थलों के साथ टिहरी झील अब उत्तराखंड की यात्रा का अभिन्न हिस्सा बनने जा रही है। क्रूज सेवा के साथ-साथ, चारधाम यात्रा के लिए दैनिक धारण क्षमता बढ़ाने और पर्यटकों के लिए अधिक सुविधाएं विकसित करने पर भी जोर दिया जा रहा है।
क्या है खास?
- टिहरी झील के प्राकृतिक सौंदर्य के बीच क्रूज का अनुभव।
- जल क्रीड़ा गतिविधियों के साथ साहसिक पर्यटन।
- गांव पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाएं।
- स्थानीय रोजगार के अवसरों में वृद्धि।
उत्तराखंड सरकार और स्थानीय प्रबंधन की यह पहल टिहरी झील को देश-विदेश के पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण के रूप में स्थापित करेगी। अगर आप उत्तराखंड की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो टिहरी झील का यह क्रूज अनुभव आपकी लिस्ट में जरूर होना चाहिए।