संरक्षित पशु काटने के विरोध में बजरंग दल का आक्रोश शिमला बाईपास पर जाम
देहरादून। हाल ही में देहरादून में संरक्षित पशु काटने के विरोध में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शिमला बाईपास पर जाम लगाया। इस प्रदर्शन के दौरान, कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए सड़क पर बैरिकेड्स और पत्थर लगाकर यातायात को बाधित किया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। कुछ समय बाद, प्रदर्शनकारियों ने जाम हटा लिया और स्थिति सामान्य हो गई।
इससे पहले, देहरादून में अवैध पशु कटान और बिना लाइसेंस संचालित मीट की दुकानों के खिलाफ पुलिस ने सख्त कार्रवाई की थी। एसएसपी अजय सिंह के निर्देश पर पुलिस ने शहर में व्यापक चेकिंग अभियान चलाया, जिसमें 442 मीट की दुकानों की जांच की गई। इनमें से 119 दुकानें बिना लाइसेंस के संचालित पाई गईं, जिन्हें नोटिस जारी किया गया है। इस अभियान का उद्देश्य अवैध मांस बिक्री पर रोक लगाना और दुकानों की सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करना है।
हाल ही में, देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में गौ हत्या की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है, जिससे हिंदू संगठनों में आक्रोश है। हरबंसवाला क्षेत्र में हुई गौ हत्या के बाद बजरंग दल के प्रांत मिलन प्रमुख विकास वर्मा ने पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस गौ हत्या के मामलों को छुपाने का प्रयास कर रही है, जबकि हत्यारे पालतू गोवंशों को किसी भी सुनसान क्षेत्र में ले जाकर काट देते हैं और मांस को विभिन्न क्षेत्रों में बेच देते हैं। इस पर पुलिस ने गंभीरता से कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि देहरादून में संरक्षित पशु काटने और अवैध मांस बिक्री के खिलाफ स्थानीय समुदाय और संगठनों में गहरी चिंता और आक्रोश है।