Greator Noida West में बनेगी एलिवेटेड सड़क, जाम की समस्या होगी हल, मकानों और दुकानों को नहीं होगा नुकसान
“ग्रेटर नोएडा वेस्ट के हजारों लोगों को मिली राहत, शाहबेरी मार्ग पर बनेगी एलिवेटेड सड़क, मकान और दुकानों को नहीं होगा कोई नुकसान “
ग्रेटर नोएडा वेस्ट । ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों को बड़ी राहत मिली है, क्योंकि अब शाहबेरी मार्ग पर 16 मीटर चौड़ी एक एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जाएगा, जो ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद को जोड़ेगी। इससे ट्रैफिक का दबाव कम होगा और लोगों को जाम से राहत मिलेगी। यह एलिवेटेड सड़क इटैड़ा गोलचक्कर से शुरू होकर क्रॉसिंग रिपब्लिक तक जाएगी। इस परियोजना के तहत किसी भी मकान या दुकान को नुकसान नहीं पहुंचेगा, जिससे हजारों लोगों ने राहत की सांस ली है।
इस निर्माण कार्य के लिए केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई) और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सहमति व्यक्त की है। सीआरआरआई द्वारा तैयार की जा रही विस्तृत फिजिबिलिटी रिपोर्ट को अगले एक सप्ताह में प्राधिकरण को सौंपा जाएगा। इस रिपोर्ट में किसी भी बदलाव या सुधार की आवश्यकता होने पर डीपीआर (Detailed Project Report) तैयार किया जाएगा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में करीब 150 सोसायटी और 100 से अधिक गांव हैं, और यहां से गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक जाने के लिए शाहबेरी मार्ग से गुजरना पड़ता है। शाहबेरी से रोजाना लगभग 15,000 वाहन गुजरते हैं, जिससे यहां हमेशा ट्रैफिक जाम की समस्या रहती है। खासकर सुबह और शाम के समय, जब लोग घरों से बाहर जाते हैं, तब स्थिति और बिगड़ जाती है। एक डेढ़ किलोमीटर के रास्ते पर जाम की वजह से लोगों को आधे घंटे से 40 मिनट तक का समय लग जाता है।
इस समस्या को ध्यान में रखते हुए प्राधिकरण ने एलिवेटेड सड़क बनाने का निर्णय लिया है। सीआरआरआई ने इस परियोजना के लिए लगभग 3500 मीटर लंबे और 14 से 16 मीटर चौड़े एलिवेटेड रोड के दो डिजाइन प्रस्तावित किए थे। प्राधिकरण का मानना है कि भविष्य में यातायात दबाव और बढ़ेगा, इसलिए इस सड़क की चौड़ाई 16 मीटर रखी जाएगी।
एलिवेटेड सड़क के निर्माण के दौरान शाहबेरी मार्ग के दोनों ओर स्थित घरों और दुकानों को किसी तरह का नुकसान नहीं होगा। इस सड़क के बनने से जाम की समस्या का समाधान होगा और यातायात सुचारु रूप से चलेगा। सीआरआरआई ने इस परियोजना का निरीक्षण भी किया है और जल्द ही फिजिबिलिटी रिपोर्ट को अंतिम रूप देकर प्राधिकरण को सौंपेगा।
प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने बताया कि फिजिबिलिटी रिपोर्ट का अध्ययन किया जाएगा और यदि आवश्यक हुआ तो उसमें बदलाव किए जाएंगे। इसके बाद विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इस परियोजना से ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद के हजारों लोगों को यातायात में राहत मिलेगी।