देहरादून। नैनीताल में 11 जनवरी 2025 को सीजन की पहली बर्फबारी हुई, जो पर्यटकों के लिए एक शानदार अनुभव साबित हुई। बर्फबारी के कारण नैना पीक, हिमालय दर्शन और पंगोट जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई, जिससे इन इलाकों की सुंदरता और भी बढ़ गई। बर्फ की सफेदी ने पहाड़ों को और भी आकर्षक बना दिया और पर्यटकों के चेहरे खिल उठे।
बर्फबारी का समय और प्रभाव:
बर्फबारी रविवार सुबह लगभग 5 बजे शुरू हुई और महज एक घंटे में चोटियां और पेड़ बर्फ से ढ़क गए। इस बर्फबारी के कारण तापमान में गिरावट आई और ठंड में इजाफा हुआ। यह बर्फबारी उन क्षेत्रों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण रही जहां सर्दियों के दौरान पर्यटकों का आना-जाना बढ़ता है।
पर्यटकों और स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
पर्यटकों ने इस पहली बर्फबारी का भरपूर आनंद लिया। उन्होंने बर्फबारी का लुत्फ उठाते हुए कई तस्वीरें खिंचवाईं और इसकी खूबसूरती को कैमरे में कैद किया। इसके साथ ही, स्थानीय लोग और किसान इसे फसलों के लिए लाभकारी मानते हैं, क्योंकि बर्फबारी से उनकी फसलों को प्राकृतिक जल आपूर्ति मिलती है, जो खेती के लिए जरूरी है।
पर्यटन व्यवसाय पर असर:
हालांकि, शहर के मुख्य इलाकों में बर्फबारी न होने से पर्यटन कारोबारियों में थोड़ी निराशा भी देखने को मिली। उन्हें उम्मीद थी कि मुख्य क्षेत्रों में बर्फबारी से पर्यटन में और अधिक वृद्धि होगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। फिर भी, पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने से पर्यटन में सकारात्मक बदलाव की संभावना बनी हुई है।
नैनीताल की इस बर्फबारी ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों दोनों को खुश कर दिया और इसे साल की पहली बर्फबारी के रूप में याद किया जाएगा।