
देहरादून । उत्तराखंड के त्यूणी क्षेत्र में जंगल की आग ने भयंकर तबाही मचाई है। 14 फरवरी 2025 को शाम करीब चार बजे रडू गांव के खेड़ा रुपाहा में जंगल की आग ने विकराल रूप ले लिया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि तीन मकान पूरी तरह जलकर राख हो गए। इस घटना में प्रभावित परिवारों ने जिला प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।
आग के फैलने के कारण आसपास के इलाकों में भी डर का माहौल बन गया, और स्थानीय लोग अपनी जान-माल की सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए। इस संदर्भ में, तहसीलदार सुशीला कोठियाल ने राजस्व निरीक्षक और क्षेत्रीय राजस्व उप निरीक्षक से शीघ्र नुकसान की रिपोर्ट जमा करने का आदेश दिया है ताकि प्रभावितों को जल्द से जल्द सहायता मिल सके।
यह पहली बार नहीं है कि त्यूणी क्षेत्र में जंगल की आग ने कहर बरपाया हो। इससे पहले 31 जनवरी 2025 को डागूठा गांव में भी जंगल की आग ने रिहायशी क्षेत्र तक दस्तक दी थी, जिससे तीन छानियां जलकर राख हो गईं और 50 से अधिक बागवानों के पेड़ भी आग की चपेट में आकर जल गए थे।
इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि उत्तराखंड में जंगल की आग की समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है, जिससे स्थानीय निवासियों की संपत्ति और आजीविका पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। राज्य सरकार और प्रशासन को इस समस्या के समाधान के लिए और सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।