नई दिल्ली । चीन में ह्यूमन मेटाप्न्युमोवायरस (एचएमपीवी) का फैलाव तेज हो गया है, जिसके कारण अस्पतालों में भारी भीड़ देखने को मिल रही है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और रिपोर्ट्स में बच्चों के अस्पतालों में अधिक रोगी आने की खबरें हैं, खासकर उन बच्चों में जो निमोनिया और “व्हाइट लंग” जैसे लक्षणों से जूझ रहे हैं।
एचएमपीवी, जो फ्लू जैसे लक्षण उत्पन्न करता है, कोविड-19 के समान ही महसूस हो सकता है, और इसे लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों ने सतर्कता बढ़ा दी है। चीन के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण और रोकथाम प्रशासन ने हाल ही में अज्ञात कारणों से होने वाली निमोनिया की निगरानी के लिए एक पायलट कार्यक्रम की घोषणा की है, जिससे रोगों की पहचान और प्रबंधन में मदद मिलेगी।
हालांकि, इस स्थिति पर अभी तक कोई आपातकाल की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस बार मामलों की संख्या कम रहने की उम्मीद है। विशेषज्ञों ने एचएमपीवी के इलाज में एंटीवायरल दवाओं के अंधाधुंध उपयोग से बचने की चेतावनी दी है, क्योंकि इसका कोई वैक्सीनेशन नहीं है और इसके लक्षण प्रबंधनीय होते हैं।