भारत की अर्थव्यवस्था वित्तीय वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2024) में तेज गति से बढ़ने की उम्मीद है। यह अनुमान रेटिंग एजेंसी ICRA की एक रिपोर्ट में लगाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों में सुधार और उत्सव के मौसम में बढ़ती मांग ने विकास दर को गति दी है।
त्योहारी मांग और वाहन बिक्री में उछाल से मिली मजबूती
रिपोर्ट के मुताबिक, नवंबर 2024 के शुरुआती आंकड़ों में अर्थव्यवस्था में सकारात्मक रुझान देखने को मिला है। त्योहारी सीजन की मांग ने वाहन पंजीकरण में भारी बढ़ोतरी की है। अक्टूबर 2024 में वाहन पंजीकरण में सालाना आधार पर 32.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि सितंबर 2024 में यह 8.7 प्रतिशत की गिरावट पर था।
दोपहिया और यात्री वाहनों की मजबूत मांग ने इस वृद्धि को प्रोत्साहित किया। पेट्रोल की खपत भी सितंबर के 3.0 प्रतिशत से बढ़कर 8.7 प्रतिशत हो गई। इसके अलावा, घरेलू हवाई यात्री यातायात 6.4 प्रतिशत से बढ़कर 9.6 प्रतिशत पर पहुंच गया।
परिवहन और औद्योगिक उत्पादन में भी सुधार
ICRA की रिपोर्ट में बताया गया कि रेल माल ढुलाई में भी सुधार हुआ है। सितंबर में इसमें 0.7 प्रतिशत की गिरावट थी, जो अक्टूबर में 1.5 प्रतिशत की वृद्धि पर आ गई। इसी तरह, दोपहिया वाहनों का उत्पादन 13.4 प्रतिशत बढ़ा। डीजल खपत में भी मामूली सुधार हुआ, जो सितंबर में 1.9 प्रतिशत की गिरावट के बाद अक्टूबर में 0.1 प्रतिशत बढ़ी।
गैर-तेल निर्यात में जबरदस्त वृद्धि
देश के गैर-तेल निर्यात ने भी शानदार प्रदर्शन किया। अक्टूबर 2024 में इसमें 25.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो सितंबर 2024 के 6.8 प्रतिशत की तुलना में काफी बेहतर है। इस वृद्धि में इलेक्ट्रॉनिक सामान, इंजीनियरिंग उत्पाद, रसायन, और तैयार परिधानों का मुख्य योगदान रहा।
आर्थिक गतिविधियों में आठ महीने की सबसे तेज वृद्धि
ICRA के बिजनेस एक्टिविटी मॉनिटर ने अक्टूबर 2024 में सालाना आधार पर 10.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। यह पिछले आठ महीनों में सबसे अधिक है। सितंबर 2024 में यह वृद्धि 6.6 प्रतिशत थी।
आर्थिक मजबूती और बेहतर जीडीपी की उम्मीद
रिपोर्ट में कहा गया है कि बिजली की मांग, परिवहन गतिविधियों, और औद्योगिक उत्पादन में सुधार ने अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है। ICRA ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “ये रुझान Q3 FY2025 में GDP ग्रोथ में बढ़ोतरी की हमारी उम्मीदों को मजबूती देते हैं।”