
भुवनेश्वर । कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में नेपाली छात्रा प्रिशा शाह अपने कमरे में रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाई गईं। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। यह पिछले तीन महीनों में नेपाली छात्रा की मौत का दूसरा मामला है।
इंफोसिटी पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस आयुक्त एस. देवदत्त ने पुष्टि की कि छात्रा की मौत के कारणों की जांच की जा रही है।
यह घटना 16 फरवरी को हुई प्रकृति लम्साल की मौत के बाद सामने आई है। 20 वर्षीय नेपाली छात्रा लम्साल की मौत ने विरोध प्रदर्शनों और संस्थागत लापरवाही के आरोपों को जन्म दिया था। उन्होंने यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल रिलेशंस ऑफिस (IRO) में यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन कथित तौर पर उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। बाद में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने इस लापरवाही को “घोर उपेक्षा” बताया था।
लम्साल की मौत के बाद उपजे तनाव के चलते 1,000 से अधिक नेपाली छात्रों को अस्थायी रूप से परिसर खाली करने के लिए कहा गया था। हालांकि, बाद में ओडिशा सरकार और विश्वविद्यालय द्वारा सुरक्षा और समर्थन का आश्वासन दिए जाने के बाद अधिकांश छात्र लौट आए हैं।
इस बीच, ओडिशा हाई कोर्ट ने KIIT के खिलाफ NHRC की कार्यवाही पर रोक लगा दी है, यह कहते हुए कि विश्वविद्यालय को अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया गया, जो प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों का उल्लंघन है।
जांच पूरी होने तक अधिकारियों ने इस मामले में और जानकारी देने से इनकार किया है।