निकाय चुनाव: कौन हैं वीरेंद्र पोखरियाल, कांग्रेस के देहरादून मेयर प्रत्याशी? जानें उनका राजनीतिक सफर
देहरादून । नगर निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपने मेयर प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। देहरादून नगर निगम के लिए वीरेंद्र पोखरियाल को प्रत्याशी बनाया गया है। वीरेंद्र, जो मूल रूप से टिहरी के निवासी हैं, एक राज्य आंदोलनकारी और छात्र नेता के रूप में जाने जाते हैं।
राजनीतिक सफर की शुरुआत
वीरेंद्र पोखरियाल ने राजनीति की शुरुआत 1993 से 1996 तक डीएवी कॉलेज, देहरादून के छात्र संघ अध्यक्ष के रूप में की। उन्होंने उत्तराखंड राज्य आंदोलन में युवाओं को संगठित कर आंदोलन को नई दिशा दी। इस दौरान उन्हें तीन बार जेल भी जाना पड़ा।
- 1994: पहली गिरफ्तारी बरेली जेल में।
- 13 सितंबर 1994: यूपी बंद के विरोध में हजारों छात्रों के प्रदर्शन का नेतृत्व, जिसके बाद मैनपुरी जेल भेजा गया।
- 16 दिसंबर 1994: पुलिस कंट्रोल रूम घेराव के दौरान गिरफ्तारी और 36 दिन बरेली जेल में रहे।
प्रमुख जिम्मेदारियां और योगदान
उत्तराखंड राज्य गठन के बाद, वीरेंद्र ने कांग्रेस में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं:
- 2000: गढ़वाल मंडल अध्यक्ष, प्रदेश युवा कांग्रेस।
- 2004 से वर्तमान: सहकारी बाजार देहरादून के अध्यक्ष।
- 2007: उत्तराखंड किसान कांग्रेस में जिला अध्यक्ष।
- 2013: उत्तराखंड राज्य आवास संघ लिमिटेड के निदेशक।
- वर्तमान: कांग्रेस प्रदेश महामंत्री।
कांग्रेस का भरोसेमंद चेहरा
वीरेंद्र पोखरियाल को कांग्रेस ने देहरादून में मजबूत और प्रभावशाली नेतृत्व के लिए चुना है। उनके अनुभव, आंदोलनकारी पृष्ठभूमि, और पार्टी के प्रति निष्ठा ने उन्हें मेयर पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार बनाया है। निकाय चुनाव में उनका चयन कांग्रेस के संगठनात्मक मजबूती को दर्शाता है।