देहरादून में ढाई हजार से ज्यादा मकान टूटने की कगार पर, 26 मोहल्ले होंगे प्रभावित
"अवैध निर्माण पर एनजीटी के आदेश के तहत कार्रवाई, प्रशासन ने चिन्हित किए 26 मोहल्लों में बने हजारों मकान"

देहरादून । देहरादून में अवैध निर्माणों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू हो गई है। मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) और नगर निगम ने एनजीटी (राष्ट्रीय हरित अधिकरण) के आदेशों के तहत रिस्पना और बिंदाल नदी के किनारे बने अवैध मकानों को चिन्हित कर ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
प्रशासन के अनुसार, 11 मार्च 2016 के बाद बनाए गए निर्माण, जिनके पास वैध नक्शा और दस्तावेज नहीं हैं, उन्हें हटाया जा रहा है। अब तक की सूची में 2,500 से अधिक मकान शामिल हैं, जो 26 से अधिक मोहल्लों में फैले हुए हैं। इन मोहल्लों में काठबंगला, वीर गबर सिंह बस्ती, दीपनगर कॉलोनी और चूना भट्टा क्षेत्र प्रमुख हैं।
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन पर बिना उचित सूचना के मकान तोड़ने का आरोप लगाया है और पुनर्वास की मांग की है। वहीं प्रशासन का कहना है कि जिन लोगों के पास वैध दस्तावेज होंगे, उनके घरों को नहीं तोड़ा जाएगा।
यह कार्रवाई पर्यावरण संरक्षण और अतिक्रमण रोकने के उद्देश्य से की जा रही है, लेकिन इससे हजारों लोगों के बेघर होने की आशंका भी जताई जा रही है।