देहरादून। उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में रिसॉर्ट निर्माण के लिए पियूष अग्रवाल, राज्य कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बेटे, पर वन विभाग ने आरोप लगाया है कि उन्होंने बिना अनुमति के दो खैर पेड़ काटे। वन विभाग ने वन अधिनियम के तहत 12 दिसंबर को प्राथमिकी दर्ज की।
कोटद्वार के डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (DFO) आकाश गंगवार के अनुसार, ये खैर पेड़ संरक्षित श्रेणी में तो नहीं आते, लेकिन राज्य के 17 अनुसूचित पेड़ों में शामिल हैं, जिन्हें निजी भूमि पर भी बिना विभाग की अनुमति के काटा नहीं जा सकता।
सूत्रों ने बताया कि कुल 26 पेड़ काटे गए थे, जिनमें से 24 पेड़ ऐसे थे जिनकी कटाई के लिए अनुमति की जरूरत नहीं थी। पियूष अग्रवाल ने दावा किया कि उन्हें पेड़ काटने की अनुमति थी, लेकिन यदि कोई उल्लंघन हुआ है, तो वह आर्थिक जुर्माना भरेंगे, जो खैर पेड़ों की उम्र पर निर्भर करेगा।