सुद्धोवाला से भाऊवाला रोड की बदहाल स्थिति पर ग्रामीणों का आक्रोश
"सुद्धोवाला से भाऊवाला तक जर्जर सड़कों से ग्रामीण परेशान, कई बार शिकायत के बावजूद नहीं हुई मरम्मत"

देहरादून । देहरादून के सुद्धोवाला से भाऊवाला जाने वाली सड़क की जर्जर हालत को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सड़क पर गहरे गड्ढे और टूट-फूट के कारण लोगों को आवागमन में भारी परेशानी हो रही है। बारिश के मौसम में यह समस्या और गंभीर हो जाती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय निवासियों ने कई बार अधिकारियों से सड़क की मरम्मत की मांग की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

यह समस्या सिर्फ सुद्धोवाला तक सीमित नहीं है; उत्तराखंड और देशभर के कई ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें बदहाल स्थिति में हैं। उदाहरण के लिए, चंपावत जिले में गुरुद्वारा श्री रीठासाहिब को जोड़ने वाली सड़क लंबे समय से खराब हालत में है, जिससे श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पीएमजीएसवाई (प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना) के तहत इसके डामरीकरण के लिए छह महीने पहले टेंडर हो चुका है, लेकिन काम अब तक शुरू नहीं हुआ।
इसी तरह, देहरादून के पुरुकुल और किमाड़ी गांवों के बीच निर्माणाधीन सड़क को लेकर नैनीताल हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। पर्यावरण को हो रहे नुकसान के मद्देनजर अदालत ने वन विभाग और ग्रामीण अभियंत्रण विभाग को निर्देश दिए हैं कि वे अपनी रिपोर्ट अगली सुनवाई तक प्रस्तुत करें।
इस तरह की घटनाएं यह दिखाती हैं कि उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों में सड़क अवसंरचना की स्थिति चिंताजनक है। सड़क निर्माण और मरम्मत में हो रही देरी से स्थानीय लोगों को न केवल असुविधा हो रही है बल्कि उनके जीवन की सुरक्षा भी खतरे में पड़ रही है। सरकार और प्रशासन को इन समस्याओं पर जल्द ध्यान देने की जरूरत है, ताकि आम जनता को राहत मिल सके।