दिल्ली में बारिश के बाद बढ़ा प्रदूषण, कई इलाकों में AQI खराब से बहुत खराब श्रेणी में
"बारिश के बाद भी नहीं मिली राहत, कई इलाकों में वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंची"

नई दिल्ली। दिल्ली में पिछले दो दिनों से हो रही हल्की से मध्यम बारिश के बाद शहर के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में गंभीर गिरावट देखी गई है। बारिश के कारण प्रदूषण में थोड़ी राहत मिलती हुई प्रतीत हुई थी, लेकिन अब स्थिति बिगड़ती जा रही है। मंगलवार को शहर के कई इलाकों में AQI का स्तर खराब से लेकर बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है, जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है।
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर सामान्य से कई गुना अधिक हो गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, बारिश के बाद हवा में मौजूद प्रदूषण कण सतह पर बैठ गए हैं और जैसे ही बारिश थमती है, ये कण फिर से हवा में मिलकर वायु गुणवत्ता को और खराब कर देते हैं। राजधानी के कुछ इलाकों में PM 2.5 का स्तर 300 के पार पहुंच गया है, जो अत्यंत खतरनाक माना जाता है।



प्रदूषण का असर स्वास्थ्य पर
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को सांस की समस्या, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। खासकर अस्थमा और सांस से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित लोगों को ज्यादा दिक्कत हो रही है। डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह के प्रदूषण स्तर पर बाहर जाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। बच्चों और बुजुर्गों को तो खासतौर पर घर के अंदर ही रहने की सलाह दी जा रही है।
केंद्र और राज्य सरकारों का प्रयास
दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कई उपाय किए हैं, लेकिन इन उपायों के बावजूद स्थिति लगातार खराब हो रही है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने चेतावनी दी है कि यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो स्थिति और गंभीर हो सकती है और इसके लिए और कड़े कदम उठाए जा सकते हैं।
लोगों को दी जा रही चेतावनी
विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए लोगों को कड़ी चेतावनी दी जा रही है। उन्हें वाहन चलाने से बचने, धूम्रपान से दूर रहने और ज्यादा समय बाहर न बिताने की सलाह दी जा रही है। इसके अलावा, मास्क पहनने और आंतरवायु स्थितियों में भी वायु शुद्ध करने वाले यंत्रों का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है।
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर एक गंभीर समस्या बन चुका है, और इसके प्रभाव से शहर के लोग परेशान हैं। यदि इस दिशा में समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। सरकार और नागरिकों दोनों को मिलकर इस समस्या के समाधान के लिए काम करना होगा, ताकि दिल्लीवासियों को स्वच्छ हवा और स्वस्थ जीवन मिल सके।