
काठमांडू । भारत के बिजली, आवास और शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर मंगलवार को दो दिवसीय यात्रा पर काठमांडू पहुंचे। खट्टर नेपाल के ऊर्जा, जलस्रोत और सिंचाई मंत्री दीपक खड़का के निमंत्रण पर काठमांडू पहुंचे हैं। इससे पहले, 12 फरवरी को भारत यात्रा के दौरान मंत्री खड़का ने भारतीय ऊर्जा मंत्री खट्टर को नेपाल आने का न्यौता दिया था। अपनी यात्रा के दौरान मंत्री खट्टर भारत की कंपनी सतलुज जल विद्युत निगम (SJVN) की स्वामित्व वाली एसजेवीएन अरुण-3 पावर डेवलपमेंट कंपनी (SAPDC) द्वारा निर्मित अरुण-3 जलविद्युत परियोजना का निरीक्षण करेंगे।
खट्टर अरुण-3 जलविद्युत परियोजना के पावर हाउस और डैम क्षेत्र का निरीक्षण करेंगे। ऊर्जा, जलस्रोत और सिंचाई मंत्री खड़का भी अरुण-3 परियोजना स्थल का दौरा करेंगे। वर्तमान में एसजेवीएन संखुवासभा जिले में 900 मेगावाट की अरुण-3 जलविद्युत परियोजना का निर्माण कर रहा है। परियोजना के अधिकांश संरचनात्मक कार्य अंतिम चरण में पहुँच चुके हैं और कंपनी इसे जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास कर रही है। इसी प्रकार, एसजेवीएन की सहायक कंपनी SAPDC 669 मेगावाट की लोअर अरुण जलविद्युत परियोजना का भी निर्माण कर रही है।
इसके अलावा, मंत्री खड़का और भारतीय मंत्री खट्टर मिलकर इनरुवा-बसंतपुर-बनेश्वर-तुम्लिंगटार 200 केवी ट्रांसमिशन लाइन और कोशी कॉरिडोर 220 केवी ट्रांसमिशन लाइन के तहत बने 220/133/33 केवी तुम्लिंगटार सबस्टेशन, 220/33 केवी बनेश्वर सबस्टेशन और 220/133/33 केवी बसंतपुर सबस्टेशन का संयुक्त रूप से उद्घाटन करेंगे। ये परियोजनाएं भारत सरकार की सहायता से पूरी हुई हैं और इनका उद्घाटन संखुवासभा के तुम्लिंगटार में किया जाएगा।
दोनों मंत्री एक संयुक्त निवेश से बनने वाली नई ट्रांसमिशन लाइन के समझौते पर भी हस्ताक्षर करेंगे और उसके निर्माण कार्य को आगे बढ़ाएंगे। मंत्री खट्टर नेपाल के ऊर्जा मंत्री के साथ अन्य जलविद्युत परियोजनाओं में भारतीय निवेश और नए प्रोजेक्ट्स पर भी चर्चा करेंगे। मंत्री खट्टर 23 अप्रैल को मुस्तांग स्थित प्रसिद्ध मुक्तिनाथ मंदिर के दर्शन भी करेंगे। यात्रा के दौरान भारतीय मंत्री नेपाल के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली, उपप्रधानमंत्री और अन्य मंत्रियों से शिष्टाचार भेंट भी करेंगे।